

सभी 6 तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। तहसील रामसनेहीघाट में जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित शिविर में कई अधिकारी मौजूद रहे।
संपूर्ण समाधान दिवस
Barabanki News: बाराबंकी जनपद में शनिवार को सभी 6 तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। तहसील रामसनेहीघाट में जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित शिविर में पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय, एसडीएम अनुराग सिंह, सीएमओ डॉ. अवधेश कुमार यादव, परियोजना निदेशक डीआरडीए, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, इस दौरान 256 जन शिकायतें प्राप्त हुईं। जिनमें से 32 शिकायतों का मौके पर निस्तारण कराया गया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतकर्ताओं से सीधे संवाद कर समस्याओं का समाधान गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध ढंग से करें।
जिलाधिकारी ने दिए स्पष्ट निर्देश
डीएम त्रिपाठी ने कहा कि शिकायत का अंतिम समाधान तभी माना जाएगा, जब शिकायतकर्ता संतुष्ट हो। उन्होंने कहा कि भूमि विवादों के मामलों को विशेष प्राथमिकता दी जाए। स्थलीय निरीक्षण करते हुए निष्पक्ष व न्यायसंगत निस्तारण की आवश्यकता है। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए डीएम व एसपी ने तहसील परिसर में कचनार व महोगनी के पौधे रोपे।
सभी तहसीलों में हुआ समाधान दिवस
शनिवार को जिले की सभी तहसीलों में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 648 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। इनमें से 81 शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया। बाकी शिकायतों को समयबद्ध तरीके से हल करने के निर्देश दिए गए हैं।
तहसीलवार विवरण इस प्रकार रहा
• तहसील रामसनेहीघाट
कुल 256 शिकायतें प्राप्त, 32 का तत्काल निस्तारण।
• तहसील फतेहपुर
कुल 32 शिकायतें प्राप्त, 6 शिकायतों का मौके पर निस्तारण।
• तहसील रामनगर
कुल 89 शिकायतें प्राप्त, 14 शिकायतों का तत्काल समाधान।
• तहसील नवाबगंज
कुल 134 शिकायतें प्राप्त, 10 शिकायतों का मौके पर निस्तारण।
• तहसील सिरौलीगौसपुर
मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन की अध्यक्षता में आयोजन।
कुल 39 शिकायतें, 8 का त्वरित निस्तारण।
• तहसील हैदरगढ़
कुल 98 शिकायतें प्राप्त, 11 शिकायतों का निस्तारण मौके पर किया गया।
प्रशासन की पहल
सम्पूर्ण समाधान दिवस का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं को नजदीक जाकर सुनना और तुरंत हल निकालना है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जनसुनवाई को औपचारिकता न बनाकर जनसेवा का माध्यम बनाया जाए। उन्होंने चेताया कि समस्या के हल में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।