रायबरेली रामलीला मैदान पर भूमाफिया का कब्जा, भाजपा नेता ने डीएम से की शिकायत

रायबरेली में रामलीला मैदान पर भूमाफिया का कब्जा होने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता ने डीएम से की शिकायत। भाजपा नेता ने इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी हर्षिता माथुर से की है। हालांकि उन्होंने कब्जा करने वालों का नाम स्पष्ट नहीं किया है।

Raebareli: रायबरेली का ऐतिहासिक रामलीला मैदान की जमीन पर करोड़ो रूपये की जमीन पर अवैध रूप से भूमाफिया द्वारा कब्जा करने का आरोप लगा है। भाजपा नेता व श्रीरामलीला समिति के अध्यक्ष डॉ अमिताभ पाण्डे ने कही।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार भाजपा नेता ने इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी हर्षिता माथुर से की है। हालांकि उन्होंने कब्जा करने वालों का नाम स्पष्ट नहीं किया है। लेकिन रामलीला मैदान पर हो रही प्लाटिंग के बारे में जिलाधिकारी को सबूत जरूर दिए हैं। अमिताभ पांडे ने बताया कि लगभग 300 सालों से रायबरेली के सूरजपुर के रामलीला मैदान में रावण दहन व रामलीला का कार्यक्रम होता आ रहा है। उन्होंने कहा कि यह सबसे पुरानी रामलीला मैदान का ऐतिहासिक धरोहर है जिसको बचाने के लिए आज श्री रामलीला कमेटी के सभी पदाधिकारी व सदस्य जिला अधिकारी से मिलने आए हैं।

उन्होंने कहा कि सूरजपुर में खाली सहाट रायबरेली की सबसे पुरानी रामलीला कमेटी है जोकि सूरजपुर के रामलीला मैदान में बरसों से रामलीला का आयोजन कर रही हैं। यहाँ की करोड़ो रूपये की बेशकीमती जमीन पर भूमाफिया अवैध रूप से कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत 1 साल पहले भी हमने जिला प्रशासन से की थी जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई । उसके बाद ही इन भूमाफियाओं का मनोबल बढ़ गया है और जहां पर रावण दहन होता है और जिले की लगभग लाखों की संख्या में मेले में एकत्रित होती है वहाँ पर यह लोग प्लाटिंग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस जमीन पर कब्जा कौन कर रहा है वह खुलकर सामने नहीं आ रहा है लेकिन वहां पर ईट से बाउंड्री बनाई जा रही है और चूना पत्थर से जगह को चिन्हित किया जा रहा है। सूरजपुर में लगभग 5 बीघा की जमीन है जो की करोड़ों रुपए कीमत की है। जिस पर भूमाफिया कब्जा कर रहे हैं। यदि प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करता है तो हम अपनी कमेटी की तरफ से अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंत ज्ञान दास को शिकायत करेंगे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एक साल भर पहले जब हमने इस मामले को लेकर उनसे शिकायत की थी तब उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से टेलीफोन पर बात करके इस कब्जे को रुकवाया था। यदि इस मामले में फिर से कोई कठोर कार्रवाई नहीं होती है तो अयोध्या से लगभग 5000 साधु संत यहां आएंगे और एक बड़ा जन आंदोलन करने पर हम विवश होंगे। साथ ही इस बार रावण दहन भी नही होगा।

Location : 
  • Raebareli

Published : 
  • 14 July 2025, 6:10 PM IST