रायबरेली: माइनरों में पानी न छोड़े जाने से किसान परेशान, धान की रोपाई अटकी

रायबरेली के कई विकास खंडों में माइनरों में पानी न छोड़े जाने और सफाई न होने से किसान धान की रोपाई नहीं कर पा रहे हैं, जिससे वे बेहद परेशान हैं।

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 2 July 2025, 12:23 PM IST
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Raebareli: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां विभिन्न विकास खंडों में मौजूद माइनरो में पानी न छोड़े जाने और सफाई न होने से धान की रोपाई करने वाले किसान परेशान है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के महराजगंज विकास खण्ड में किसानों को धान की रोपाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है। इंदिरा नहर में एक सप्ताह पहले पानी आया, लेकिन गूढ़ा रजबहा से निकली ओसाह माइनर में पानी नहीं छोड़ा गया।

इस समस्या से भटसरा, रामपुर टिकरा, अलीपुर, बरजोरगंज, धौकलगंज, ठाकुरपुर, पूरे गुलाब सिंह और भवनियापुर समेत एक दर्जन से ज्यादा गांवों के किसान प्रभावित हैं। किसानों ने बताया कि धान की नर्सरी तैयार है, लेकिन माइनर में पानी नहीं होने से रोपाई नहीं हो पा रही है।

किसानों ने की माइनर में पानी छोड़ने की मांग
किसानों का कहना है कि आसाढ़ का आधा महीना बीत चुका है। अभी तक न तो बारिश हुई है और न ही माइनर में पानी छोड़ा गया है। किसानों को चिंता है कि अगर यही स्थिति रही तो नर्सरी ज्यादा पुरानी हो जाएगी और फसल की पैदावार कम होगी। किसानों ने महराजगंज के उपजिलाधिकारी से माइनर में पानी छोड़ने की मांग की है।

वहीं जगतपुर विकास क्षेत्र में जोगमगदीपुर से चांदमऊ तक जाने वाली सिंचाई नहर में जल प्रवाह बाधित हो रहा है। नहर के दोनों किनारों पर घनी झाड़ियां उग आई हैं। वर्षों से नहर की नियमित सफाई न होने के कारण खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इससे खरीफ की फसलों की सिंचाई प्रभावित हो रही है।

ग्रामीणों ने कई बार की प्रशासन से सफाई की मांग
ग्रामीणों ने अधिकारियों से कई बार माइनर की सफाई की मांग की है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने जल्द से जल्द सफाई करवाएं जाने की मांग की है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से बरसात से पहले माइनर की सफाई कराने की मांग की है। इससे जल निकासी और सिंचाई व्यवस्था सुचारू हो सकेगी और किसानों की फसलें सुरक्षित रहेंगी।

किसानों ने चंदा इकट्ठा कर की माइनर की सफाई
वही बात की जाए हरचंदपुर विकासखंड की तो यहां किसानों को सिंचाई के लिए अपनी माइनर की सफाई खुद चंदा मिलकर करनी पड़ी। कई बार अधिकारियों को इसकी जानकारी देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीणों ने चंदा एकत्रित किया और सुल्तानपुर माजरा सलेमपुर के किसानों ने सलेमपुर माइनर में घास और गंदगी को जेसीबी के माध्यम से साफ करवा डाली। डेढ़ किलोमीटर लंबी इस माइनर से लगभग 1500 बीघा खेतों की सिंचाई होती है।

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