

मैनपुरी में अचानक 10 फीट लंबा अजगर धान के खेत में दिखाई दिया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। वन विभाग की तत्परता से अजगर को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा। ग्रामीणों ने वन विभाग के कार्य की सराहना की और स्थिति को नियंत्रण में पाया।
मैनपुरी में अजगर का आतंक
Mainpuri: मैनपुरी जिले के बागपुर थाना क्षेत्र में बुधवार को धान के खेत में अचानक 10 फीट लंबा अजगर दिखाई दिया, जिससे वहां काम कर रहे किसान भयभीत हो गए। धान की कटाई के दौरान इस विशाल अजगर को देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया और वे काम छोड़कर दूर खड़े हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग ने तत्परता दिखाते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और अजगर को सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ दिया।
घटना की शुरुआत बागपुर के महावीर के खेत से हुई, जिसे कल्लू कठेरिया ने बटाई पर लिया था। बुधवार को जब धान की कटाई का काम चल रहा था, तभी अचानक विशाल अजगर सामने आ गया। अजगर को देखते ही किसान और मजदूर डर के मारे काम रोककर दूर भाग गए। खेत में काम कर रहे लोग इसकी लंबाई और आकार देखकर भयभीत हो गए, क्योंकि अजगर की लंबाई लगभग 10 फीट थी।
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सूचना मिलते ही वन विभाग के क्षेत्राधिकारी विपिन मिश्रा ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इसमें सेक्शन अधिकारी श्रीरन सिंह, बीट प्रभारी कमलेश तिवारी और कर्मचारी विश्वनाथ तथा जसकरण शामिल थे। वन विभाग की टीम ने सावधानीपूर्वक और बिना किसी नुकसान के अजगर को पकड़ा और उसे जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया।
मैनपुरी के बागपुर के धान के खेत में 10 फीट लंबा अजगर, वन विभाग ने रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए किया सुरक्षित रेस्क्यू@mainpuripolice #Mainpuri pic.twitter.com/i9Y5GG1CQI
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 15, 2025
अजगर के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। उन्होंने बताया कि अजगर के खेत में आने से पहले ही डर का माहौल था, लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने उनकी मदद की और स्थिति को नियंत्रण में लिया। वन विभाग के कर्मचारियों की तत्परता को लेकर ग्रामीणों ने सराहना व्यक्त की।
वन विभाग के क्षेत्राधिकारी विपिन मिश्रा ने इस घटना के बाद बताया कि ऐसी परिस्थितियों में ग्रामीणों को अधिक सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “जब भी इस तरह की घटना घटे, तो तुरंत वन विभाग को सूचना दें। इससे समय रहते हम रेस्क्यू कर सकते हैं और किसी भी बड़े हादसे से बच सकते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह की घटनाओं के लिए जागरूकता की आवश्यकता है, ताकि ग्रामीणों और वन्यजीवों के बीच सुरक्षा के उपाय किए जा सकें।