

कानपुर नगर के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र में चोरी और नकबजनी के मामले में फरार चल रहा एक शातिर आरोपी अदालत में आत्मसमर्पण करने पहुंचा। अदालत ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी, लेकिन पुलिस को चकमा देकर वह कोर्ट परिसर से फरार हो गया। घटना के बाद अदालती सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। पुलिस और सुरक्षा कर्मी मौके पर मौजूद होने के बावजूद आरोपी को नहीं पकड़ सके।
कानपुर कोर्ट से फिर फरार हुआ कैदी
Kanpur Nagar: कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र में चोरी और नकबजनी के मामले में फरार चल रहा एक शातिर आरोपी अदालत में आत्मसमर्पण करने आया। हालांकि, बेल खारिज होने के बाद उसने पुलिस को चकमा दिया और फरार हो गया। इस घटना ने कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, नयापुरवा बगाही निवासी धर्मेंद्र वर्मा के खिलाफ बाबूपुरवा थाने में चोरी और नकबजनी का मुकदमा दर्ज था। वह लंबे समय से फरार चल रहा था। बताया जा रहा है कि आरोपी के अधिवक्ता ने उसे विश्वास दिलाया था कि अदालत में सरेंडर करने पर उसे बेल मिल सकती है। इसी भरोसे के साथ शुक्रवार को धर्मेंद्र वर्मा ने चार अन्य आरोपियों के साथ कोर्ट में आत्मसमर्पण का प्रार्थना पत्र दाखिल किया।
कानपुर कोर्ट से चोरी-नकबजनी का आरोपी धर्मेंद्र वर्मा पुलिस को चकमा देकर फरार। इस घटना ने अदालत परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।#BreakingNews #Kanpur #Police #prisonerescaped #LatestNews #news pic.twitter.com/VMkDpN0hQs
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) August 24, 2025
सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने उसकी बेल याचिका को खारिज कर दिया। इसके तुरंत बाद आरोपी ने पुलिस को गच्चा दिया और कचहरी परिसर से गायब हो गया। यह घटना इतनी अचानक हुई कि मौजूद पुलिसकर्मी संभल भी नहीं पाए और आरोपी आंखों से ओझल हो गया।
इसके बाद पुलिस ने कचहरी और आसपास के क्षेत्रों में उसकी तलाश शुरू की। लेकिन, काफी खोजबीन के बावजूद आरोपी का कोई पता नहीं चल सका। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट मोहर्रिर संध्या ने आरोपी के खिलाफ कोतवाली थाने में लिखित तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी धर्मेंद्र वर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। इसके अलावा, कोर्ट परिसर से आरोपी के फरार होने की घटना की जांच भी की जा रही है ताकि सुरक्षा व्यवस्था में हुई चूक को सुधारा जा सके।
यह घटना न केवल पुलिस की चौकसी पर सवाल खड़े करती है बल्कि अदालत परिसर में सुरक्षा प्रबंधन की खामियों को भी उजागर करती है। फिलहाल, पुलिस आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए अभियान चला रही है।