टॉर्च और हाथ वाले पंखे के भरोसे चल रहा अस्पताल, मरीज परेशान और डॉक्टर मौज में, पढ़ें पूरी खबर

मैनपुरी जिला अस्पताल की लचर-पचर स्वास्थ्य सेवाओं ने सरकार के बड़े-बड़ें दावों की सच्चाई सामने ला दी है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Deepika Tiwari
Updated : 20 June 2025, 12:58 PM IST
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मैनपुरी: जहां एक ओर उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए नई योजनाएं ला रहे हैं, वहीं ज़मीनी स्तर पर हालात इसके उलट हैं। ताजा मामला जिला अस्पताल मैनपुरी से सामने आया है। जहां स्वास्थ्य सेवाओं की हालत दयनीय होती जा रही है। बीते 15 दिनों में दो बार ऐसी स्थिति सामने आई। जब अस्पताल में बिजली गुल होने से मरीजों और उनके तीमारदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, हैरान करने वाली बात यह रही कि आपातकालीन वार्ड में भी बिजली नहीं थी और तीमारदार मोबाइल की टॉर्च जलाकर मरीजों की देखभाल करते नजर आए।

हाथ से झलते नजर आए पंखा

बिजली न होने के कारण तीमारदारों को मरीजों के ऊपर हाथ से पंखा झलते देखा गया। कहीं लकड़ी के फट्टे से हवा की जा रही थी तो कहीं मोबाइल की रोशनी में दवा दी जा रही थी। ऐसे कई वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। जो मैनपुरी की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

एसी की हवा खा रहें अस्पताल के डॉक्टर

एक ओर जिला अस्पताल मैनपुरी में मरीज और उनके तीमारदार भीषण गर्मी में पसीने-पसीने हो रहे हैं तो दूसरी ओर अस्पताल के अधिकारी एसी की ठंडी हवा का मजा ले रहे हैं। यह दृश्य तब और भी चौंकाने वाला हो जाता है जब अस्पताल में बिजली न होने के कारण मरीजों को मोबाइल टॉर्च की रोशनी में उपचार लेना पड़ रहा है।

जनरेटर हैं पर नहीं होते इस्तेमाल

जिला अस्पताल में आपातकालीन स्थिति के लिए दो जनरेटर मौजूद हैं, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि बिजली कटते ही ये जनरेटर चालू नहीं किए जाते। लोगों का यह भी कहना है कि जनरेटर में डीजल डाला ही नहीं जाता, जबकि कागज़ों में रोज़ डीजल की पर्चियां कटती हैं। आरोप यह भी है कि सरकारी डीजल का बंदरबांट अधिकारी और कर्मचारी मिलकर करते हैं।

सीएमएस ने झाड़ी जिम्मेदारी

जब इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) डॉ. मदनलाल खुराना से बात की गई तो वे अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आए। उन्होंने बताया कि जनरेटर ठीक हैं, लेकिन एक में थोड़ी तकनीकी खराबी है जिसे सुधारा जा रहा है। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसा हमेशा होता है और जनरेटर कभी समय पर नहीं चलते।

जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश

पूरे मामले पर जिलाधिकारी मैनपुरी अंजनी कुमार सिंह ने संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि वायरल हो रहे वीडियो की जांच की जा रही है और CMS से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिलाधिकारी ने कहा हमारी कोशिश है कि स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बेहतर हों। ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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