

गोरखपुर पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान कुख्यात अपराधी राज बहादुर यादव उर्फ राजू को गिरफ्तार किया। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर
मुठभेड़ में घायल आरोपी
गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर जिले की पुलिस ने अपराध पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। थाना गगहा क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ के दौरान कुख्यात अपराधी राज बहादुर यादव उर्फ राजू को गिरफ्तार किया गया है। उसके कब्जे से छिनैती का मंगलसूत्र (पीली धातु), मुठभेड़ में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, एक अवैध तमंचा, दो खोखा कारतूस और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गोरखपुर के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी और क्षेत्राधिकारी बांसगांव के मार्गदर्शन में थानाध्यक्ष गगहा सुशील कुमार के नेतृत्व में की गई। बताया जा रहा है कि इस मामले की शुरुआत, 16 जून को दर्ज तहरीर से हुई थी, जिसमें वादिनी ने बताया कि अभियुक्त राज बहादुर यादव ने उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर उसका मंगलसूत्र छीन लिया था।
महिला की तहरीर पर मामला दर्ज
वहीं महिला की तहरीर पर थाना गगहा में मुकदमा संख्या 355/2025, धारा 304 भा.न्या.सं. (नया आपराधिक संहिता) के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान अभियुक्त की पहचान होने पर पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान उसे धर दबोचा। मुठभेड़ में बरामद सामग्री के आधार पर मुकदमा संख्या 362/2025, धारा 109 बीएनएस और 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत अतिरिक्त मामला दर्ज किया गया। इसके साथ ही, मूल मुकदमे में धारा 317(2) बीएनएस की बढ़ोत्तरी की गई।
अभियुक्त का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अभियुक्त राज बहादुर यादव, निवासी परसिया तिवारी, थाना बड़हलगंज, जनपद गोरखपुर का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। उसके खिलाफ गोरखपुर के विभिन्न थानों में चोरी, डकैती और अन्य अपराधों के सात मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें महाराष्ट्र के जीआरपी बोरीवली में भी एक मामला शामिल है।
आगे की कार्रवाई में जुटी पुलिस
पुलिस के अनुसार, अभियुक्त शातिर अपराधी है और लंबे समय से छिनैती व अन्य अपराधों में संलिप्त रहा है। इस ऑपरेशन में थानाध्यक्ष सुशील कुमार के साथ वरिष्ठ उपनिरीक्षक नीरज कुमार सिंह, उपनिरीक्षक अनिश कुमार सिंह, उपनिरीक्षक अनूप सिंह और कांस्टेबल अरविंद कुमार यादव, पिंटू प्रसाद, गोविंद गुप्ता, अनिल यादव और सोनू यादव की भूमिका सराहनीय रही। पुलिस ने बरामद सामग्री के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं जनता में इस सफलता से सुरक्षा का विश्वास बढ़ा है।