छात्राओं की सुरक्षा के लिए नई पहल, नमस्ते बीएचयू एप में सेफ्टी बटन की शुरुआत; जानें कैसे करेगा यह काम

भारत के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने अपनी छात्राओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक अहम कदम उठाया है। अब बीएचयू की छात्राएं अपनी सुरक्षा को लेकर और अधिक आश्वस्त हो सकेंगी।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 4 September 2025, 12:20 PM IST
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Banaras: बीएचयू ने नमस्ते बीएचयू एप में जोड़ा गया सेफ्टी बटन इमरजेंसी के समय एक प्रभावी उपाय साबित होगा। जैसे ही छात्रा इस बटन को दबाएगी, उसी समय प्रॉक्टोरियल बोर्ड के कंट्रोल रूम को अलर्ट कर दिया जाएगा। साथ ही, छात्रा की लोकेशन भी कंट्रोल रूम को भेजी जाएगी, जिससे अधिकारियों को तत्काल सहायता भेजने का अवसर मिलेगा। इस प्रक्रिया में छात्रा के द्वारा भेजी गई लोकेशन इतनी सटीक होगी कि पेट्रोलिंग टीमें उसे आसानी से ट्रैक कर सकती हैं और तुरंत सहायता पहुंचा सकती हैं।

कुलपति का बयान

बीएचयू के कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने बुधवार को इस फीचर का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले चरण में यह सुविधा सिर्फ छात्राओं के लिए उपलब्ध होगी और यह केवल कैंपस के भीतर काम करेगी। यानी यदि कोई छात्रा परिसर के भीतर है और वह किसी खतरे का सामना कर रही है, तो वह इस सेफ्टी बटन का उपयोग करके तुरंत मदद प्राप्त कर सकती है। प्रो. चतुर्वेदी ने छात्राओं से यह भी कहा कि जब भी उन्हें किसी खतरे का आभास हो, तो वे इस सुविधा का इस्तेमाल करने में संकोच न करें।

नवीनतम सुविधा के बारे में जानकारी

इस सुरक्षा फीचर को लेकर नमस्ते बीएचयू एप के डेवलपर डॉ. टीवी प्रभाकर ने बताया कि इसमें दो विकल्प दिए गए हैं। पहला विकल्प है कंट्रोल रूम से कॉल करना, यानी छात्रा सीधे कंट्रोल रूम से बात कर सकती है, और दूसरा विकल्प है तेज ध्वनि उत्पन्न करना, जिससे आसपास के लोग तत्काल सजग हो जाएं और सहायता कर सकें। यह दोनों विकल्प छात्राओं को अधिक सुरक्षा और सहायता के लिए एकाधिक तरीके प्रदान करते हैं।

प्रभाव और प्रतिक्रिया

इस पहल का समर्थन करते हुए महिला महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. रीता सिंह ने इसे एक बड़ा कदम बताया और कहा कि इससे छात्राओं को सुरक्षा के प्रति विश्वास मिलेगा। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि बीएचयू प्रशासन ने इस सुविधा को लागू करने में गंभीरता दिखाई है और इसे समय-समय पर अपडेट भी किया जाएगा।

टीम की निगरानी

इस सुरक्षा फीचर की प्रभावशीलता की निगरानी के लिए एक 9 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व उप मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. निर्मला होरो कर रही हैं। यह टीम सुरक्षा फीचर के कार्य करने के तरीके और छात्राओं से प्राप्त प्रतिक्रिया का जायजा लेकर आवश्यक कदम उठाएगी। प्रो. होरो और उनकी टीम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होगा कि यह सुरक्षा उपाय पूरी तरह से प्रभावी हो और छात्राओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान कर सके।

आगे का रोडमैप

कुलपति प्रो. चतुर्वेदी ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है। बीएचयू प्रशासन छात्राओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और भविष्य में और भी सुविधाएं और सुरक्षा उपाय इस तरह के स्मार्ट टेक्नोलॉजी के माध्यम से लागू किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बीएचयू इस पहल को अन्य विश्वविद्यालयों के साथ साझा करने की योजना बना रहा है, ताकि अन्य विश्वविद्यालयों के छात्र भी इस प्रकार के सुरक्षा उपायों का लाभ उठा सकें।

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