

“कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025” में अपनी अलग पहचान बनाई है। इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर नैंसी त्यागी ने खुद की डिज़ाइन की हुई ड्रेस पहनकर फैशन की दुनिया को सबको चौंका दिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट
फ्रांस में बागपत की Nancy Tyagi का जलवा
बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के छोटे से गांव बरनावा से निकली नैंसी त्यागी ने एक बार फिर फ्रांस के प्रतिष्ठित "कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025" में अपनी अलग पहचान बनाई है। इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर नैंसी ने खुद की डिज़ाइन की हुई ड्रेस पहनकर रेड कार्पेट पर चलकर न सिर्फ फैशन की दुनिया को चौंका दिया। बल्कि यह साबित कर दिया कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, 78वें कान फिल्म फेस्टिवल में नैंसी त्यागी का लुक इस साल चर्चा का सबसे बड़ा विषय बन गया। उन्होंने जिस ड्रेस को रेड कार्पेट पर पहना। उसे स्वयं डिजाइन और तैयार किया। इस आत्मनिर्भरता और रचनात्मकता के लिए उन्हें फैशन इंडस्ट्री से लेकर आम जनता तक हर किसी की प्रशंसा मिल रही है। उनकी ड्रेस में बारीकी से की गई कढ़ाई, फूलों की थीम और फ्रिल्स का सुंदर संतुलन देखने को मिला। खास बात यह रही कि इस ड्रेस में पारंपरिकता और आधुनिकता का ऐसा मेल था। जिसने उन्हें बाकियों से अलग कर दिया।
बागपत से शुरू हुआ संघर्ष का सफर
नैंसी त्यागी का यह सफर सपनों से कहीं ज्यादा संघर्षों से भरा रहा है। बागपत के बरनावा गांव की रहने वाली नैंसी ने यूपीएससी की तैयारी के लिए पांच साल पहले अपनी मां माया त्यागी और छोटे भाई मनु के साथ दिल्ली का रुख किया। उन्होंने मुखर्जी नगर में कोचिंग ज्वॉइन की थी, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान कोचिंग सेंटर बंद हो गए और घर की आर्थिक हालत बिगड़ने लगी।
कैमरे से क्रिएटिविटी की शुरुआत
इस मुश्किल दौर में भी नैंसी ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने पिता गजेंद्र त्यागी से पैसे लेकर एक कैमरा खरीदा और भाई मनु के सहयोग से सोशल मीडिया पर अपनी यात्रा शुरू की। पहले उन्होंने सामान्य वीडियो बनाकर यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर डाले, लेकिन दर्शकों की प्रतिक्रिया उम्मीद से कम रही। इसके बाद उन्होंने अपनी मां के साथ मिलकर खुद ही ड्रेस बनाना और सिलना शुरू किया। यहीं से उनके कंटेंट में खास नयापन आया। नैंसी ने अपनी खुद की डिजाइन की गई ड्रेस पहनकर वीडियो बनाना शुरू किया और देखते ही देखते उनके फॉलोअर्स की संख्या तेजी से बढ़ने लगी।
100 दिनों की मेहनत, बनी पहचान
नैंसी ने लगातार 100 दिनों तक अलग-अलग ड्रेस पहनकर वीडियो बनाए और पोस्ट किए। इस अनुशासन और मेहनत ने उन्हें सोशल मीडिया स्टार बना दिया। उन्होंने एक छोटे से कमरे में स्टूडियो बनाया। जहां उन्होंने पेशेवर वीडियोग्राफी टीम के साथ काम किया। उनका हर वीडियो न केवल फैशन का प्रतीक बना। बल्कि रचनात्मकता और जज्बे की मिसाल भी।
कान्स में दूसरी बार परचम
नैंसी की प्रतिभा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली। पिछले साल (2024) उन्हें पहली बार कान्स फिल्म फेस्टिवल में आमंत्रित किया गया था, जहां उन्होंने अपनी पहली ही उपस्थिति से सभी को प्रभावित किया। इस साल 2025 में उन्होंने अपनी दूसरी भागीदारी में और भी निखरकर रेड कार्पेट पर वापसी की।
गांव और परिवार में खुशी का माहौल
नैंसी की इस उपलब्धि पर उनके गांव बरनावा में जश्न का माहौल है। गांव के लोगों से लेकर स्कूल के शिक्षकों तक सभी गर्व से उनके किस्से सुना रहे हैं। नैंसी के माता-पिता और भाई भी उनकी इस सफलता से गदगद हैं। माया त्यागी कहती हैं, "बेटी ने जो सपना देखा था। उसे अपनी मेहनत से सच कर दिखाया। हमें उस पर गर्व है।"