हिंदी
समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की जयंती पर एक प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने मुलायम सिंह यादव की उपलब्धियों को भी गिनवाया। इसके अलावा अखिलेश ने भाजपा की नीतियों पर एक बार फिर सवाल खड़े किए।
सपा मुखिया अखिलेश यादव
Lucknow: समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की जयंती पर एक प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने मुलायम सिंह यादव की उपलब्धियों को भी गिनवाया। इसके अलावा अखिलेश ने भाजपा की नीतियों पर एक बार फिर सवाल खड़े किए।
अखिलेश यादव ने कहा, "नेताजी ने जिस राम मनोहर लोहिया लॉ यूनिवर्सिटी की स्थापना कर UP को नई पहचान दी, आज उसी की उपलब्धियों पर गर्व है। उनके बच्चों को सम्मानित किया गया।"
अखिलेश यादव ने आगे कहा, "'अखबारों और अन्य माध्यमों से जो संकेत मिल रहे हैं, वर्ष 2024 के बाद बीजेपी और चुनाव आयोग का फोकस सबसे ज़्यादा वेस्ट बंगाल और उत्तर प्रदेश पर है। हम उम्मीद करते हैं चुनाव आयोग निष्पक्ष रहे और हमारी शिकायतों का समाधान करे। भारतीय जनता पार्टी, सरकार के अधिकारी और चुनाव आयोग मिलकर 2024 में जिन सीटों पर समाजवादी पार्टी जीती, वहां एसआईआर के बहाने वोट काटने की तैयारी कर रहे हैं। यही स्थिति यूपी में और यही तैयारी वेस्ट बंगाल में भी दिखाई दे रही है।"
सपा अध्यक्ष का कहना है, "उत्तर प्रदेश और वेस्ट बंगाल की हर विधानसभा में 50,000 से अधिक वोट काटे गए हैं। यह एक सुनियोजित साजिश है। इस साजिश को नाकाम करने के लिए समाजवादी पार्टी पूरी तैयारी में है।"
सपा प्रमुख ने आगे कहा, "2022 में बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता पाए, जिनका नाम मतदाता सूची से डिलीट कर दिया गया था, जबकि 2022 से पहले उनका वोट दर्ज था। इसी वजह से समाजवादी पार्टी को नुकसान हुआ।"
उन्होंने आगे कहा, "भारतीय जनता पार्टी, सरकार के अधिकारी और चुनाव आयोग मिलकर 2024 में जिन सीटों पर समाजवादी पार्टी जीती, वहां एसआईआर के बहाने वोट काटने की तैयारी कर रहे हैं। यही स्थिति यूपी में और यही तैयारी वेस्ट बंगाल में भी दिखाई दे रही है।
अखिलेश यादव का कहना है, ''एक SDM की रिकॉर्डिंग हमारे पास है, जिसमें कन्नौज में वोट हटाने की तैयारी का ज़िक्र है। उन्होंने बताया कि कन्नौज भी अब ऐसे मामलों में सामने आया है। कुछ बूथों से शिकायतें मिली हैं कि जिन मतदाताओं का नाम 2003 की सूची में था, उन्हें अब “C कैटेगरी” में डाल दिया जा रहा है।''
अखिलेश यादव ने आगे कहा, ''बीजेपी को पता है कब शादियों का सीज़न होता है और उसी समय एसआईआर कराई जा रही है। लोग शादियों में व्यस्त हैं और इसी का फ़ायदा उठाकर यूपी में वोट काटने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने मांग की कि FOP के साथ-साथ SIR की समय-सीमा भी बढ़ाई जाए, जिससे मतदाताओं को पूरा मौका मिल सके।''