

कुख्यात गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी को गाजीपुर की जेल से कासगंज जनपद के पचलाना स्थित जिला कारागार में शिफ्ट कर दिया गया है। उमर अंसारी पर कोर्ट में दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करने के गंभीर आरोप हैं। सुरक्षा कारणों के चलते यह शिफ्टिंग की गई है, जिससे कासगंज का जिला जेल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।
गाजीपुर से कासगंज जेल किया गया शिफ्ट
Kasganj: कुख्यात गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी को गाजीपुर की जेल से कासगंज जनपद के पचलाना स्थित जिला कारागार में शिफ्ट कर दिया गया है। उमर अंसारी पर कोर्ट में दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करने के गंभीर आरोप हैं। सुरक्षा कारणों के चलते यह शिफ्टिंग की गई है, जिससे कासगंज का जिला जेल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।
मामला तब सामने आया जब गाजीपुर में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) प्रथम शक्ति सिंह की अदालत ने उमर अंसारी और उनके वकील लियाकत अली के खिलाफ दाखिल दस्तावेजों की जांच की। अदालत में प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों में मुख्तार अंसारी की फरार पत्नी आफ्शा अंसारी के कथित हस्ताक्षर पाए गए, जो कि जांच में फर्जी निकले। आरोप है कि उमर अंसारी और वकील लियाकत अली ने जेल से जमानत हासिल करने के लिए इन फर्जी हस्ताक्षरों का इस्तेमाल किया।
इस गंभीर मामले में कोर्ट ने पहले उमर अंसारी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी और अब वकील लियाकत अली की अग्रिम जमानत अर्जी भी कोर्ट द्वारा ठुकरा दी गई है। कोर्ट का मानना है कि यह एक सुनियोजित प्रयास था, जिसके तहत फरार अभियुक्त के नाम पर झूठे दस्तावेजों के आधार पर राहत हासिल करने की कोशिश की गई।
गाजीपुर जेल में बंद उमर अंसारी को अब सुरक्षा कारणों के तहत कासगंज जेल शिफ्ट किया गया है। इससे पहले मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को भी कासगंज जेल में लाया जा चुका है। जेल प्रशासन ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उमर अंसारी को जेल में दाखिल किया गया और विशेष निगरानी रखी जा रही है।
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वहीं, मीडिया से बातचीत में उमर अंसारी ने खुद पर लगे आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, "मुझे झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है। मैंने कोर्ट में कोई फर्जी अर्जी दाखिल नहीं की। मैं निर्दोष हूं और मुझे जानबूझकर इस मामले में घसीटा जा रहा है।"
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले की आगामी कानूनी कार्रवाई क्या मोड़ लेती है। फिलहाल उमर अंसारी कासगंज जेल में बंद हैं और वकील लियाकत अली पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।