Moradabad : पुलिस को मिली बड़ी सफलता! अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश, जानिए पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में पुलिस ने अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का किया खुलासा। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Updated : 23 May 2025, 5:56 PM IST
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मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पूरा मामला मुरादाबाद के गलशहीद थाना क्षेत्र का है। जहां पुलिस ने अवैध तमंचे बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस ने बड़ी तादात में तमंचे,अध बने तमंचे , कारतूस व विस्फोट सामग्री के साथ तमंचे बनाने के उपकरण बरामद किए है।

UP Police Arrested the Criminals

पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार

क्या है पूरा मामला

मुरादाबाद के गलशहीद थाना क्षेत्र में अवैध तमचे व कारतूस बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया है।  एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया की एसएसपी सतपाल अंतिल को मुखबिर ने  अवैध तमचे व कारतूस की अन्य जनपदों में सप्लाई होने की जानकारी दी थी। जिसके बाद एसएसपी ने अलग अलग पुलिस टीम का गठन किया सभी पुलिस टीमों ने मिलकर अवैध तमचे व कारतूस बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है।

अवैध फैक्ट्री से क्या बरामद किया गया

पुलिस ने अवैध फैक्ट्री से 4 तमन्चे 315 बोर, 2 तमन्वे 12 बोर, एक पोनी 315 बोर, 2 अदद अर्द्ध बने तमन्चे 315 बोर, 54 जिन्दा कारतूस 315 बोर, 5 कारतूस जिन्दा 12 बोर, कारतूस की टिकली 1200 व कारतूस की बुलैट अर्द्ध बनी 150 व तमन्चे की नाल बनी व अर्द्ध बनी 88, 7 पाइप, 2 किलो बारूद , एक जिन्दा बम, मुर्गाछाप टिकली वाले पटाखे के 7 बण्डल, अर्द्ध बनी तमन्चे की बोडी की पत्ती करीब 10 किलो और अवैध हथियार और कारतूस बनाने के औजार व एक कार बरामद की गयी है।

पुलिस ने कितने आरोपियों को गिरफ्तार किया

पुलिस ने इस मामले में अवैध तमचे व कारतूस बनाने वाले 9 लोग अंकित, अरुण, अंशुमन, तुषार, जावेद, समीर, इदरीश, जाकिर और रिजवान को गिरफ्तार किया है। इन सभी को धारा 3/5/25 आर्म्स एक्ट व धारा 5 (क) विस्फोटक पदार्थ अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा दिया गया है।

अपराध करने का तरीका

इदरीश, जाकिर और रिजवान के द्वारा मिलकर जाकिर के घर पर तारिख नगर में तमंचों का कारखाना लगाकर तमंचों का निर्माण कार्य किया जाता था जावेद निवासी खोखरान निकट मदीना वाली मस्जिद थाना मुगलपुरा में घर पर कारतूस का कारखाना लगाकर कारतूस बनाने का कार्य किया जाता है। उसके बाद अंकित, अरूण, अंशुमन व तुषार के द्वारा तैयार माल को जावेद व समीर से तमंचे व कारतूस लेकर अलग अलग जगहों पर बेचने का कार्य किया जाता था। जावेद द्वारा तमंचे इदरीश से लिये जाते हैं। इदरीश अपने साथियों जाकिर, रिजवान के साथ मिलकर तमंचे बनाता है और अपराधों को अंजाम दिया जाता है यह लोग तीन अलग अलग गिरोह बनाकर काम किया करते थे.। अब तक सैकड़ो की तादात में इन लोगों ने तमचे व कारतूस को मुरादाबाद के आसपास के जनपद व एनसीआर में 5-5 हजार रूपये में बेच चुके है।

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