

नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी की अध्यक्षता में शुरू हुई दिशा की बैठक शुरू होने से पहले ही पूर्व कैबिनेट मंत्री विधायक मनोज कुमार पाण्डेय ने दिशा की बैठक का बहिष्कार कर बाहर निकल आए। विधायक मनोज पाण्डेय ने कहा राहुल गाँधी की अध्यक्षता की बैठक में पहले प्रधानमंत्री की माँ को जो बिहार में गाली दी गयी थी उस पर निंदा प्रस्ताव कराया जाए पारित।
विधायक मनोज कुमार पांडेय,
Raebareli: रायबरेली नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी की अध्यक्षता में शुरू हुई दिशा की बैठक शुरू होने से पहले ही पूर्व कैबिनेट मंत्री विधायक मनोज कुमार पाण्डेय ने दिशा की बैठक का बहिष्कार कर बाहर निकल आए। विधायक मनोज पाण्डेय ने कहा राहुल गाँधी की अध्यक्षता की बैठक में पहले प्रधानमंत्री की माँ को जो बिहार में गाली दी गयी थी उस पर निंदा प्रस्ताव कराया जाए पारित।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मनोज पण्डेय का कहना कि बैठक में प्रस्ताव नही पारित होने दिया गया जिससे नाराज मनोज पांडेय दिशा की बैठक शुरू होने के चंद मिनट में बाहर आकर अपनी बात मीडिया से कही। उन्होंने कहा राहुल गाँधी ने एक बार भी सांसद होने के नाते रायबरेली की समस्याओं को कही भी नहीं उठाया।
ऊंचाहार विधायक मनोज पाण्डेय ने सांसद राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला है। दिशा की बैठक का बहिष्कार करते हुए उन्होंने राहुल गांधी से पाँच तीखे सवाल पूछ डाले हैं। मनोज पाण्डेय नें खुले मंच से राहुल गाँधी कों कटघरे में खड़ा कर दिया है।
मनोज नें एक पत्र जारी कर पाँच सवाल पूछे हैं
1- पहला सवाल, रायबरेली से सांसद बनने के बाद जनता और युवाओं के मुद्दे कितनी बार संसद और सड़क पर उठाए?
2- दूसरा सवाल, बंगाल चुनाव में वोट चोरी के झूठे आंकड़े पेश करने पर क्या जनता से माफी मांगी?
3- तीसरा सवाल, डेढ़ साल में रायबरेली की 25 लाख जनता के हित में कौन-सा ठोस काम किया?
4- चौथा सवाल, कभी सुप्रीम कोर्ट, कभी चुनाव आयोग और सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाना क्या लोकतांत्रिक संस्थाओं का अपमान नहीं है?
5- पांचवां सवाल, वीर सावरकर को माफीवीर कहने वाले राहुल गांधी खुद न्यायालय से दो बार माफी मांग चुके हैं, यह सही है या गलत?
मनोज पाण्डेय ने साफ कहा है कि रायबरेली की जनता अब जवाब चाहती है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि राहुल गांधी जनता के सामने इन सवालों का जवाब देंगे। रायबरेली की सियासत में उठे इन सवालों ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि राहुल गांधी इन आरोपों का क्या जवाब देते है।