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मिर्जापुर के अहरौरा थाना क्षेत्र स्थित एक खदान में पोकलेन की चपेट में आने से मुंशी जयहिंद यादव की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद शव ले जा रहे कर्मचारियों को ग्रामीणों ने रोक लिया। पुलिस ने हस्तक्षेप कर शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
खनन खदान में बड़ा हादसा
Mirzapur: यूपी के मिर्जापुर जनपद के अहरौरा थाना क्षेत्र के मगन दीवाना पहाड़ी धुरिया गांव स्थित एक खदान में गुरुवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया। खदान में नियमित काम पर जा रहे मुंशी जयहिंद यादव (उम्र लगभग 30 वर्ष), निवासी मुबारकपुर, चकिया थाना क्षेत्र, चंदौली, पोकलेन मशीन की चपेट में आ गए। हादसा इतना तेज और भयावह था कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
घटना के तुरंत बाद खदान कर्मचारी बिना परिवार को जानकारी दिए शव को दवा-इलाज के नाम पर ले जाने लगे। इसकी सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण एकत्र हो गए और कर्मचारियों को रोक लिया। ग्रामीणों ने शव अपने कब्जे में लेते हुए खदान प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए और हंगामा शुरू कर दिया। मौका तनावपूर्ण हो गया, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। थोड़ी ही देर में अहरौरा, अदलहाट और चुनार थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई।
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पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया और शव को कब्जे में लिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण कर कर्मचारियों और खदान संचालक से पूछताछ भी की। घटना के बाद परिवार और ग्रामीणों की भीड़ खदान पर जमा हो गई, जिससे इलाके में तनाव का माहौल देखने को मिला।
पोकलेन की टक्कर से मुंशी की मौत
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने बताया कि खदान में सुबह पोकलेन मशीन से खनन कार्य चल रहा था। मशीन चालक ने जैसे ही पोकलेन को घुमाया, पास ही खड़े मजदूर और मुंशी जयहिंद यादव उसकी चपेट में आ गए। हादसा इतना अचानक हुआ कि उन्हें बचाया नहीं जा सका। सूचना मिलने पर चुनार एसडीएम राजेश वर्मा और सीओ मंजरी राव भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
हादसे के बाद खदान संचालक श्याम सिंह के प्रतिनिधियों और मृतक के परिजनों के बीच मुआवजे को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। ग्रामीणों की मांग है कि मृतक के परिवार को उचित आर्थिक सहायता और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन पर कठोर कार्रवाई हो। स्थानीय लोगों का आरोप है कि खदानों में सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं किया जाता, जिसके कारण ऐसे हादसे बार-बार होते हैं।