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मिर्जापुर के विश्वप्रसिद्ध आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया। सोमवार देर रात यह मामला सामने आया, जब लखनऊ स्थित 112 कंट्रोल रूम पर एक अज्ञात कॉलर ने मंदिर को उड़ाने की चेतावनी दी।
मिर्जापुर के विंध्यवासिनी मंदिर को उड़ाने की धमकी
Mirzapur: मिर्जापुर के विश्वप्रसिद्ध आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया। सोमवार देर रात यह मामला सामने आया, जब लखनऊ स्थित 112 कंट्रोल रूम पर एक अज्ञात कॉलर ने मंदिर को उड़ाने की चेतावनी दी। फोन कॉल मिलते ही यूपी पुलिस के सिस्टम में अलर्ट बज उठा और इसे शीर्ष प्राथमिकता के मामले के रूप में लिया गया।
धमकी मिलते ही मिर्जापुर पुलिस, PAC और बम डिस्पोज़ल स्क्वॉड की टीमें तुरंत विंध्याचल के लिए रवाना हो गईं। रात होते ही विंध्यवासिनी मंदिर परिसर, अष्ठभुजा धाम और कालीखोह मंदिर में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया गया।
हर गली, हर सीढ़ी और मंदिर से जुड़े पूरे क्षेत्र की बारीकी से जांच की गई। बम डिटेक्शन टीमों ने आधुनिक उपकरणों की मदद से संवेदनशील स्थानों का तकनीकी निरीक्षण किया। रातभर चले इस ऑपरेशन के बाद सुबह होते ही दोबारा पूरे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सर्च अभियान चलाया गया। मंदिर मार्ग, पार्किंग, घाट, पहाड़ी रास्तों और भीड़भाड़ वाले इलाकों को दोबारा स्कैन किया गया। इसे अब तक का सबसे बड़ा सुरक्षा अभियान माना जा रहा है।
मिर्जापुर ब्रेकिंग: विंध्यवासिनी मंदिर को उड़ाने की धमकी मिलने के बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर। सोमवार देर रात डायल 112 पर आई कॉल के बाद पुलिस, PAC और बम स्क्वॉड ने पूरी रात मंदिर परिसर में सर्च ऑपरेशन चलाया।सर्विलांस टीम ने तेजी दिखाते हुए आरोपी की लोकेशन प्रयागराज में ट्रेस की और… pic.twitter.com/U4BWnhU2En
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 27, 2025
इधर, सर्विलांस और साइबर टीम ने तेजी दिखाते हुए धमकी देने वाले संदिग्ध की लोकेशन को ट्रेस किया। लोकेशन प्रयागराज की मिली, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया। उससे लगातार पूछताछ की जा रही है, ताकि धमकी की वजह, किसी नेटवर्क से जुड़ाव या साजिश की संभावना की जांच की जा सके। सुरक्षा एजेंसियां किसी भी खतरे को हल्के में लेने के मूड में नहीं हैं।
हालांकि फिलहाल मंदिर परिसर सुरक्षित बताया जा रहा है, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय श्रद्धालुओं के अनुसार मंदिर में वर्षों से सुरक्षा ढीली रही है। कई बार बिना जांच के दोपहिया और चारपहिया वाहन मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच जाते हैं। पहले भी कई बार सुरक्षा बढ़ाने की मांग उठ चुकी है, पर ठोस कदम नजर नहीं आए।
धमकी के बाद पहली बार पूरे विंध्याचल क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की। पार्किंग, प्रवेश द्वार, गलियों, घाटों और मुख्य मार्गों पर कड़ी जांच की जा रही है। अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अब सुरक्षा में किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्रद्धालुओं की आवाजाही सामान्य है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां लगातार हाई अलर्ट पर हैं। यह मामला लगातार अपडेट में है।