जनपद में फर्जी दस्तावेजों के जरिए धोखाधड़ी के मामलों पर सख्ती के बीच थाना एम्स पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मृत घोषित न की गई महिला का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर आर्थिक लाभ लेने के गंभीर मामले में पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।

थाना एम्स पुलिस ने आरोपी को दबोचा
Gorakhpur: जनपद में फर्जी दस्तावेजों के जरिए धोखाधड़ी के मामलों पर सख्ती के बीच थाना एम्स पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मृत घोषित न की गई महिला का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर आर्थिक लाभ लेने के गंभीर मामले में पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई।
पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी कैण्ट के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष एम्स के नेतृत्व में उप निरीक्षक अतुल कुमार तिवारी एवं पुलिस टीम ने मु0अ0सं0 74/2025 से संबंधित वांछित अभियुक्त गया प्रसाद यादव को गिरफ्तार किया। अभियुक्त पर भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है और उसके विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वादी द्वारा थाना एम्स पर दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया कि अभियुक्तों ने वादी की माता का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और उसका इस्तेमाल कर अनुचित लाभ प्राप्त किया। जब पीड़ित को इस फर्जीवाड़े की जानकारी हुई तो उसने पुलिस से शिकायत की। जांच में आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। जांच के दौरान सामने आया कि फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र का उपयोग सरकारी अथवा अन्य लाभ लेने के उद्देश्य से किया गया था। यह मामला न केवल धोखाधड़ी का है, बल्कि सरकारी दस्तावेजों की कूटरचना से जुड़ा गंभीर अपराध भी है।
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गिरफ्तार अभियुक्त का नाम गया प्रसाद यादव पुत्र स्व. रघुवंश यादव, निवासी झरना टोला, टीचर कॉलोनी, थाना एम्स, जनपद गोरखपुर बताया गया है। अभियुक्त के खिलाफ मु0अ0सं0 474/2025 के अंतर्गत धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2) भारतीय न्याय संहिता में मुकदमा दर्ज है।
इस सफलता में उप निरीक्षक अतुल कुमार तिवारी के साथ कांस्टेबल मुकेश कन्नौजिया और कांस्टेबल संतोष यादव की अहम भूमिका रही। पुलिस का कहना है कि मामले से जुड़े अन्य तथ्यों की भी गहनता से जांच की जा रही है और यदि इसमें अन्य लोगों की संलिप्तता सामने आती है तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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थाना एम्स पुलिस ने साफ किया है कि फर्जी दस्तावेज बनाकर सरकारी या निजी लाभ लेने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी। ऐसे अपराध समाज और व्यवस्था दोनों के लिए खतरा हैं और इन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।