Mahrajganj: महराजगंज के कोल्हुई थानाक्षेत्र के गुलरिहा कला में बुधवार रात एक बाइक चोरी की घटना सामने आई। वीरेंद्र विश्वकर्मा की बाइक घर के दरवाजे पर खड़ी थी, जब नेपाल के हारिनगढ़ गांव के बाइक लिफ्टरों ने इसे चुरा लिया। घटना के समय परिवार घर के अंदर था। चोरी की सूचना मिलते ही वीरेंद्र ने कोल्हुई पुलिस को सूचित किया और स्वयं बाइक की तलाश में जुट गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, वीरेंद्र को सूचना मिली कि उनकी बाइक इंडो-नेपाल सीमा के सोनपिपरी घाट से मात्र 100 मीटर दूर हारिनगढ़ गांव में एक व्यक्ति के घर पर है। वीरेंद्र तुरंत नेपाल पहुंचे और बाइक को वहां देखा। उन्होंने तत्काल नेपाल के मधुबेनिया थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। नेपाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी के घर से बाइक को कब्जे में ले लिया। हालांकि, पूछताछ में पता चला कि चोर मौके से फरार हो चुका है। नेपाली पुलिस के सहयोग से बाइक वापस मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
सीमा पर बाइक चोरी का नेटवर्क
कोल्हुई से केवल 2 किमी दूर नेपाल की सीमा शुरू होती है, जहां दोनों देशों के बीच बहने वाली नदी नो मैन्स लैंड का काम करती है। इस क्षेत्र में कई घाट हैं, जिनका उपयोग दोनों देशों के लोग आवागमन के लिए करते हैं। चोर और तस्कर इस खुली सीमा का फायदा उठाते हैं। हारिनगढ़ जैसे नेपाली गांवों से बाइक चोरी का नेटवर्क संचालित होता है। कोल्हुई में बाइक चोरी की घटनाएं आम हैं और चोरी की बाइक अगर सीमा पार पहुंच जाए तो उसे वापस पाना मुश्किल हो जाता है।
इंडो-नेपाल सीमा पर बढ़ती चोरी की घटना एक बड़ी समस्या मानी जा रही है। दोनों देशों की पुलिस के सहयोग से ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने की जरूरत है, ताकि सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
पुलिस कब करेगी मास्टरमाइंड की तलाश?
कोल्हुई में बाइक चोरी की बढ़ती घटनाओं ने सवाल उठाया है कि इनके पीछे मास्टरमाइंड कौन है? जानकारी के अनुसार, चोरी का यह नेटवर्क नेपाल के सीमावर्ती गांवों से संचालित होता है। हालांकि, मास्टरमाइंड का नाम सामने नहीं आया है। स्थानीय पुलिस और नेपाली पुलिस की पूछताछ में चोरों की पहचान नहीं हो सकी, क्योंकि मुख्य आरोपी फरार है। सीमा पार होने से जांच में जटिलता बढ़ रही है।