

कोल्हुई थानाक्षेत्र के जंगल गुलरिहा में गुरुवार रात पुरानी रंजिश ने एक बार फिर हिंसा को जन्म दिया। दर्जनों दबंगों ने लाठी-डंडों से लैस होकर एक घर पर हमला बोल दिया। पुरानी रंजिश की इस घटना ने पुराने जख्मों को फिर हरा कर दिया है।
कोल्हुई थाना
Maharajganj: कोल्हुई थानाक्षेत्र के जंगल गुलरिहा में गुरुवार रात पुरानी रंजिश ने एक बार फिर हिंसा को जन्म दिया। दर्जनों दबंगों ने लाठी-डंडों से लैस होकर एक घर पर हमला बोल दिया, जिसमें रामचंदर मौर्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस घटना ने गांव में तनाव का माहौल पैदा कर दिया और स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) की नाकामी पर सवाल उठ रहे हैं।
हमले की घटना और मारपीट
रामचंदर मौर्य अपने घर पर पत्नी और बच्चों के साथ आराम कर रहे थे, तभी आरोप है कि गांव के ही क्लाउ ने अपने दर्जनों साथियों के साथ उनके घर पर धावा बोल दिया। हमलावरों ने लाठी-डंडों से परिवार पर हमला किया, जिसमें रामचंदर, उनकी पत्नी और बच्चों को चोटें आईं। रामचंदर की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें तुरंत इलाज के लिए भेजा गया। आसपास के लोगों ने हस्तक्षेप कर किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया।
पुरानी रंजिश और पिछली हिंसा
यह हमला पुरानी रंजिश का परिणाम है, एक साल पहले भी इसी गांव में खेत में बकरी जाने के विवाद में मारपीट हुआ और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, पुरानी रंजिश की इस घटना ने पुराने जख्मों को फिर हरा कर दिया है।
एलआईयू की नाकामी पर सवाल
एलआईयू की भूमिका इस मामले में सवालों के घेरे में है। पुरानी रंजिश और पिछले विवाद की जानकारी क्या इन्हें नहीं थी? खुफिया तंत्र ने कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया? कोल्हुई थाना क्षेत्र का संवेदनशील गांव जंगल गुलरिहा पर क्यों नहीं रखी गई नजर?
पुलिस का हस्तक्षेप और जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को सीएचसी लक्ष्मीपुर भेजा। रामचंदर की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। हल्का इंचार्ज अंजनी कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने कहा, “मारपीट में शामिल किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
गांव में तनाव का माहौल
घटना के बाद जंगल गुलरिहा में तनाव व्याप्त है। पुलिस की तैनाती के बावजूद ग्रामीणों में डर और आक्रोश है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।