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किसानों के लिए सिंचाई का प्रमुख साधन सोलर पंप महीनों से खराब पड़ा है। सरकारी योजना के तहत लगाए गए इस पंप की देखरेख की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था टॉपसन कंपनी की है, लेकिन इसकी उदासीनता के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
क्षतिग्रस्त सोलर पेनल
Maharajganj: कोल्हुई कस्बे में किसानों के लिए सिंचाई का प्रमुख साधन सोलर पंप महीनों से खराब पड़ा है। सरकारी योजना के तहत लगाए गए इस पंप की देखरेख की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था टॉपसन कंपनी की है, लेकिन इसकी उदासीनता के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। खेतों में समय पर पानी नहीं पहुंचने से फसलों, विशेषकर धान की फसल, पर बुरा असर पड़ रहा है।
किसान की शिकायत
किसान बिल्लू सिंह उर्फ जयप्रकाश सिंह ने बताया कि टॉपसन कंपनी ने एक वर्ष पहले उनके खेत में सोलर पंप स्थापित किया था। यह पंप धान की सिंचाई के लिए महत्वपूर्ण था, लेकिन यह कई महीनों से खराब है। उन्होंने बताया कि खराबी की शिकायत कंपनी के अधिकारियों से कई बार की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस लापरवाही के कारण उनकी फसल को समय पर पानी नहीं मिल पा रहा, जिससे फसल खराब होने का खतरा बढ़ गया है।
कंपनी की लापरवाही उजागर
टॉपसन कंपनी की इस लापरवाही से न केवल बिल्लू सिंह, बल्कि आसपास के अन्य किसान भी परेशान हैं। सरकारी योजना के तहत लगाए गए इन पंपों से किसानों को सस्ती और पर्यावरण-अनुकूल सिंचाई की उम्मीद थी, लेकिन रखरखाव के अभाव में यह योजना प्रभावित हो रही है। किसानों का कहना है कि जिम्मेदार संस्था की अनदेखी उनकी मेहनत पर पानी फेर रही है।
जिम्मेदारों का आश्वासन
इस मामले में उत्तर प्रदेश के हेड रोहित सक्सेना से बात करने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है और जल्द ही पंप को ठीक कराने के लिए कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, किसानों का कहना है कि ऐसे आश्वासनों का अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है।
किसानों की आजीविका के लिए सोलर पंप जैसी योजनाएं महत्वपूर्ण हैं, लेकिन कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही इनके उद्देश्य को कमजोर कर रही है। समय रहते इस समस्या का समाधान जरूरी है, ताकि किसानों को नुकसान से बचाया जा सके