Maharajganj News: सरकारी विद्यालय पर मंडरायाा खतरा, क्षतिग्रस्त पोल से दुर्घटना की आशंका

मिठौरा क्षेत्र के सिंदुरिया-शिकारपुर मार्ग पर स्थित मोहनापुर कंपोजिट विद्यालय के ठीक सामने महीनों से क्षतिग्रस्त अवस्था में पड़ा है विद्युत पोल। पढ़िये डाइनामाट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 21 May 2025, 10:21 AM IST
google-preferred

महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज के मिठौरा क्षेत्र के सिंदुरिया-शिकारपुर मार्ग पर स्थित मोहनापुर कंपोजिट विद्यालय के ठीक सामने महीनों से विद्युत पोल क्षतिग्रस्त अवस्था में पड़ा हुआ है। यह पोल क्षतिग्रस्त होने के कारण विद्युत तार काफी नीचे झुका हुआ है। अगर समय रहते विभाग इसे लेकर गंभीर नहीं हुआ तो किसी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, क्षेत्र के मोहनापुर कंपोजिट विद्यालय के मुख्य गेट के ठीक सामने महीनों से एक विद्युत पोल क्षतिग्रस्त होकर विद्यालय गेट के ठीक सामने झुका हुआ है। वहीं सिमेंटेड पोल के क्षतिग्रस्त होने से उस पर मौजूद तार मौत बनकर स्कूल गेट के सामने लटका हुआ है। विद्यालय के अध्यापकों व ग्रामीणों द्वारा सूचना के बाद भी विभाग इसे नजर अंदाज कर रहा है। विभागीय लापरवाही के कारण स्कूली बच्चों और अध्यापकों समेत स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षतिग्रस्त पोल को लेकर विभागीय अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन विद्युत विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

क्या कहते हैं उपखण्ड अधिकारी?

इस मामले में दर उपखण्ड अधिकारी कृष्णमुरारी शुक्ला ने डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को बताया क्षतिग्रस्त पोल को बदलने को लेकर संबंधित अवर अभियंता को निर्देशित किया गया है। ऐसे में शीघ्र ही क्षतिग्रस्त पोल को बदलवा दिया जाएगा।

क्षतिग्रस्त विद्युत पोल से हो सकती हैं कई समस्याएं

क्षतिग्रस्त विद्युत पोल से होने वाली समस्याएं कई प्रकार की हो सकती हैं और ये न केवल आम जनजीवन को प्रभावित करती हैं, बल्कि सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करती हैं। सबसे पहले, क्षतिग्रस्त पोल के कारण बिजली आपूर्ति में रुकावट आती है, जिससे घरों, दुकानों और उद्योगों में बिजली की कमी हो सकती है। यह दैनिक कार्यों, जैसे खाना पकाने, पढ़ाई और व्यवसाय संचालन में बाधा डालता है। इसके अलावा, टूटे हुए पोल या लटकते तारों से बिजली का करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है, जो जानलेवा हो सकता है। विशेष रूप से बारिश के मौसम में, गीले तारों या पोल के संपर्क में आने से दुर्घटनाएं होने की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा, क्षतिग्रस्त पोल से बिजली की चोरी या शॉर्ट सर्किट जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं, जो आग लगने का कारण बन सकती हैं। स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग को ऐसी समस्याओं का तुरंत समाधान करना चाहिए ताकि जनता को सुरक्षित और निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सके। नियमित रखरखाव और समय पर मरम्मत इन जोखिमों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

Location : 

Published :