

आजमगढ़ में प्रेम विवाह पर पुरानी रंजिश में बहन को बचाने आए युवक की लोहे की रॉड से हत्या कर दी गई। पुलिस पर लापरवाही का आरोप है। हमले में दंपती भी घायल हुए, आरोपी फरार हैं।
आजमगढ़ में पीट-पीटकर भाई की हत्या (सोर्स- इंटरनेट)
Azamgarh: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में उस वक्त हंगामा मचा, जब हरैया गांव में प्रेम विवाह को लेकर वर्षों से चली आ रही रंजिश ने सोमवार को खौफनाक मोड़ ले लिया। बता दें कि मंजू देवी नामक महिला पर अचानक हमला हुआ और उसे बचाने आए उसके भाई अजय (उम्र 37 वर्ष) की लोहे की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। अजय कुछ घंटे पहले ही जमानत पर जेल से रिहा होकर घर लौटा था।
मामले पर पीड़ित का बयान
पीड़िता मंजू ने बताया कि उसने 2011 में गांव के ही संदीप से प्रेम विवाह किया था, जिससे गांव के शैलेश नामक व्यक्ति को आपत्ति थी। शैलेश आए दिन उन्हें परेशान करता था। रविवार को शैलेश और उसके परिवारवालों ने मंजू के परिवार—भाभी, बच्चों, सास और जेठ के साथ मारपीट की।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मंजू जब भाई अजय के साथ थाने शिकायत करने पहुंची, तो दरोगा ने उन्हें गालियां देकर थाने से भगा दिया और उल्टा अजय को ही शांतिभंग के आरोप में हिरासत में लेकर चालान कर दिया।
लोहे की रॉड से किया वार
सोमवार शाम जमानत पर छूटने के बाद अजय घर लौटा। शाम करीब 6.30 बजे शैलेश, करण और देवाशीष ने उनके घर आकर गाली-गलौज की और फिर हमला कर दिया। जब अजय और संदीप बीच-बचाव करने आए, तो अजय के सिर पर लोहे की रॉड से कई बार वार किया गया। अजय गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा।
ग्रामीणों के जमा होने पर आरोपी फरार हो गए। अजय को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मंजू और संदीप घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं।
पुलिस पर भी गंभीर आरोप
पीड़िता ने आरोप लगाया कि अगर पुलिस ने पहले ही आरोपियों पर कार्रवाई की होती, तो आज उसका भाई जिंदा होता। थाना अध्यक्ष ने इन आरोपों को खारिज किया है, जबकि इलाके में तनाव का माहौल है।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है। बता दें कि यह घटना प्रेम विवाह को लेकर समाज में मौजूद कट्टर सोच और पुलिस की संवेदनहीनता को उजागर करती है।