बागपत में फिर मिला तेंदुए का शव: चंद महीनों में कई तेंदुओं की मौत, जानें पूरा मामला

गोपालपुर खड़ाना गांव में एक खेत से तेंदुए का सड़ा-गला शव मिलने से हड़कंप मच गया। वन विभाग ने मौत की जांच शुरू कर दी है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि लगातार हो रही मौतों के बावजूद विभाग सक्रिय नहीं है। वे उच्चस्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 22 July 2025, 10:20 AM IST
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Baghpat News: बागपत जिले के बड़ौत क्षेत्र में तेंदुओं की लगातार संदिग्ध मौतें वन विभाग की लापरवाही की गंभीर पोल खोल रही हैं। ताजा मामला गोपालपुर खड़ाना गांव का है, जहां सोमवार को एक खेत में तेंदुए का सड़ा-गला शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया।

खेत में मिला तेंदुए का शव

मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शव को देखा और बताया कि यह करीब दो दिन पुराना लग रहा है। रेंजर सुनेंद्र कुमार और तालिब खान ने प्राथमिक जांच के आधार पर माना कि तेंदुए की मौत जहरीले भोजन के कारण हुई हो सकती है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का निश्चित पता चल पाएगा।

वन विभाग पर ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप

स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की लगातार हो रही लापरवाही के कारण वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। पिछले कुछ महीनों में बड़ौत क्षेत्र में 9 से अधिक तेंदुओं के मृत या घायल पाए जाने के मामले सामने आए हैं, लेकिन इन सभी मामलों में किसी अधिकारी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

वन्यजीवों को अतिरिक्त खतरा बना हुआ

ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग की टीम केवल औपचारिकतावश घटनास्थल पर पहुंचती है, पोस्टमॉर्टम कराया जाता है, लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। नियमित गश्त और प्रभावी निगरानी के अभाव में तेंदुओं की सुरक्षा खतरे में है। कुछ ग्रामीणों ने तो वन विभाग के कुछ अधिकारियों पर तस्करों और लकड़ी माफियाओं के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया है, जिससे वन्यजीवों को अतिरिक्त खतरा बना हुआ है।

पहले भी हो चुकी हैं तेंदुओं की संदिग्ध मौतें

यह कोई नई घटना नहीं है। पिछले साल शाहपुर बाणगंगा, किशनपुर बिराल और निरपुड़ा गांवों में भी तेंदुओं के शव मिले थे। हिसावदा में तो तस्करों ने एक तेंदुए को मौत के घाट उतार दिया था।

ग्रामीणों की मांग

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और वन विभाग से मांग की है कि तेंदुओं की लगातार हो रही संदिग्ध मौतों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी अधिकारियों के साथ अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। साथ ही, वन क्षेत्र में नियमित गश्त और प्रभावी निगरानी तंत्र को मजबूत कर वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। जिससेऐसी दुखद घटनाएं दोबारा न हों।

Location : 
  • Baghpat

Published : 
  • 22 July 2025, 10:20 AM IST