

उन्नाव के नवाबगंज क्षेत्र में मानसिक रूप से कमजोर दंपति ने अपनी ज़मीन हड़पने के बाद आत्महत्या का प्रयास किया। स्थानीय भूमाफियाओं ने उनके हस्ताक्षर धोखे से करवा लिए थे। पत्नी ने मुख्यमंत्री से अपने बच्चों के लिए न्याय की अपील की है
उन्नाव का दर्दनाक मामला (सोर्स- इंटरनेट)
Unnao: उन्नाव के नवाबगंज क्षेत्र स्थित ग्राम दिलवल में शुक्रवार रात एक दर्दनाक घटना घटित हुई, जिसमें राम कैलाश और उनकी पत्नी सुनीता ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। बता दें कि यह घटना एक बड़े भूमि विवाद के कारण सामने आई है, जिसमें राम कैलाश की मानसिक स्थिति का फायदा उठाकर कुछ स्थानीय भूमाफियाओं ने उनकी जमीन हड़प ली थी।
क्या है मामला?
राम कैलाश पिछले कुछ वर्षों से मानसिक रूप से कमजोर थे और यही कमजोरी कुछ लोगों के लिए लाभकारी साबित हुई। उनके बेटे शुभम ने बताया कि 2020 में एक बीघा, 2021 में ढाई बीघा और 2023 में फिर ढाई बीघा जमीन को तीन अलग-अलग व्यक्तियों के नाम करवा लिया गया। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि आखिरी बैनामे में राम कैलाश की जाति को बदलकर उन्हें बढ़ई जाति का बताकर कागजात तैयार किए गए, जो पूरी तरह से धोखाधड़ी का हिस्सा था।
पीड़ित व्यक्ति (सोर्स- इंटरनेट)
आत्महत्या का प्रयास
यह धोखाधड़ी तब उजागर हुई जब चार महीने पहले कुछ लोग जबरन उनकी जमीन पर कब्जा करने के लिए पहुंचे। जब राम कैलाश और उनका परिवार इसका विरोध करने लगे, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। इस बात से तनाव बढ़ा और पति-पत्नी के बीच विवाद भी हुआ, जिसके बाद दोनों ने खेत में डालने वाली जहरीली दवा का सेवन कर लिया।
तत्काल सीएचसी पहुंचाया
परिजनों ने तत्काल दोनों को सीएचसी पहुंचाया, जहां से उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। फिलहाल, दोनों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। इस पूरे घटनाक्रम से परेशान होकर सुनीता ने एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने गांव के प्रधान, पुलिस और स्थानीय सरकार को जिम्मेदार ठहराया और मुख्यमंत्री से अपने तीन बच्चों को न्याय दिलाने की गुहार लगाई।
पत्नी सुनीता का आरोप
सुनीता ने आरोप लगाया कि गांव के दामाद पिंटू और अन्य भूमाफियाओं ने उनके पति को नशा कराकर, उनकी मानसिक कमजोरी का फायदा उठाते हुए उनकी जमीन पर जबरन बैनामा करवा लिया। सुनीता ने पत्र में यह भी लिखा कि गांव के कुछ लोग बैंक कर्मी बनकर राम कैलाश को बहकाते रहे और उनके हस्ताक्षर कराते रहे।
दंपत्ति जिला अस्पताल रेफर (सोर्स- इंटरनेट)
क्षेत्र में हलचल
भावुक होते हुए उन्होंने यह अपील की कि उनके बच्चों के पास अब कोई रोज़ी-रोटी का साधन नहीं बचा और उन्हें न्याय दिलाने से ही उनके पति की आत्मा को शांति मिलेगी। इस मामले ने क्षेत्र में हलचल मचा दी है और यह सवाल खड़ा कर दिया है कि भूमाफियाओं के ऐसे अपराधों पर नियंत्रण कैसे पाया जा सकता है।
यह घटना यह भी साबित करती है कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इस तरह की साजिशों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे अपराधों से आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।