

कन्नौज के मनीपुर्वा गांव में गाय की संदिग्ध मौत पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में किए। ग्रामीणों का कहना जहरीले कीड़े से मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सच्चाई सामने आएगी।
गौ मृत्यु पर गांव में तनाव
Kannauj: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के मनीपुर्वा गांव में शुक्रवार सुबह अचानक माहौल गरमा गया, जब एक गाय की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना बजरंग दल के कार्यकर्ताओं तक पहुंची। देखते ही देखते कई कार्यकर्ता गांव में पहुंच गए और मौके पर हंगामा शुरू हो गया। ग्रामीण भी मौके पर जुट गए, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
एक दिन पहले हुई थी मौत, विवाद अब बढ़ा
गाय की मौत गुरुवार को ही हो चुकी थी, लेकिन शव गांव के पास ही पड़ा हुआ था। शुक्रवार सुबह इसकी जानकारी बजरंग दल के स्थानीय कार्यकर्ताओं को मिली, तो उन्होंने इसे गौ हत्या करार देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि यह सामान्य मौत नहीं है और मामले की गहन जांच होनी चाहिए।
बजरंग दल का आरोप और पुलिस की रणनीति
बजरंग दल के सदस्यों ने कहा कि गौवंश की सुरक्षा के लिए सख्त कानून हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं। कार्यकर्ताओं ने मृत गाय के शव को बिना पोस्टमार्टम के हटाने पर आपत्ति जताई और तब तक हंगामा जारी रखने की चेतावनी दी, जब तक पुलिस कार्रवाई का आश्वासन न दे। स्थिति बिगड़ते देख तिर्वा कोतवाली पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंची और भीड़ को शांत कराने का प्रयास किया।
ग्रामीणों का बयान, जहरीले कीड़े का काटना कारण
गांव के बुजुर्ग और पशुपालकों का कहना है कि गाय की तबीयत अचानक बिगड़ी थी और मौत से पहले उसके शरीर पर सूजन आ गई थी। उनका मानना है कि यह किसी जहरीले कीड़े या सांप के काटने से हुई मौत हो सकती है। एक ग्रामीण ने कहा, "हम लोग खुद भी परेशान हैं, लेकिन इसे हत्या कहना जल्दबाजी होगी।"
गांव में संवेदनशील स्थिति, पुलिस तैनात
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उठाया गया है। फिलहाल गांव में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन निगरानी लगातार जारी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल अनुमान के आधार पर कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाएगा। रिपोर्ट के आने के बाद ही यह तय होगा कि यह मामला प्राकृतिक मौत का है या फिर इसमें किसी तरह की साजिश शामिल है।