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बरेली के महजबीन हत्याकांड में दहेज की मांग को लेकर हत्या का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने पति और सास को गिरफ्तार किया है, जबकि कई आरोपी फरार हैं। पोस्टमॉर्टम में गले पर निशान मिले हैं और परिवार ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है।
मृतक नवविवाहिता का फाइल फोटो
Bareilly: बरेली में महजबीन हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। शनिवार को पुलिस ने मृतका की सास और पति को गिरफ्तार कर लिया। जबकि ससुर, देवर और ननद अभी तक फरार हैं। पुलिस के अनुसार उनकी तलाश की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की संभावना है। महजबीन के चाचा बरेली कोर्ट में ADJ हैं, जिसके चलते मामला और संवेदनशील हो गया है।
परिजनों का आरोप है कि दहेज की मांग और घरेलू प्रताड़ना की वजह से महजबीन की हत्या हुई है।
किस बात को लेकर कर रहे थे महजबीन को परेशान?
मृतका की मां नसीमा के अनुसार, प्रेमनगर के शाहाबाद निवासी डॉक्टर तलहा से 27 फरवरी 2025 को महजबीन की शादी हुई थी। तलहा रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज में MBBS के फाइनल ईयर का छात्र है। शादी में उन्होंने दहेज के रूप में कार दी थी, लेकिन ससुराल पक्ष की मांग ऑटोमैटिक कार की थी। नसीमा बताती हैं कि शादी के कुछ दिनों बाद ही महजबीन को ताने दिए जाने लगे। फोन पर महजबीन अक्सर कहती थी कि कार को लेकर रोजाना झगड़ा होता है और वह मानसिक तनाव में है।
ससुराल वालों ने खूब ताना मारा
इसके अलावा शादी के बाद तलहा ने महजबीन की पढ़ाई भी छुड़वा दी। महजबीन LLM फर्स्ट ईयर पूरा कर चुकी थी और जज बनने का सपना देखती थी, लेकिन उसके पति और ससुराल पक्ष का कहना था कि उसे डॉक्टर बना देंगे। नसीमा ने बताया कि जब उन्होंने इस बारे में बातचीत की तो ससुराल वालों ने ताना मारा कि “उसके चाचा जज हैं, इसलिए वह भी जज बनना चाहती है, इसमें खास क्या है?”
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने मामले को उलझाया
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने इस मामले को और उलझा दिया है। जांच करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि उसके गले पर निशान पाए गए, जो फंदे पर लटकने जैसे प्रतीत हो रहे थे। शरीर पर किसी अन्य चोट का निशान नहीं था। डॉक्टरों ने कहा कि उसकी गले की हड्डी नहीं टूटी थी, लेकिन मृत्यु हैंगिंग से हुई लगती है। क्या उसे कोई नशीला पदार्थ दिया गया था, यह पता लगाने के लिए विसरा सुरक्षित कर लिया गया है।
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इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
परिजन की तहरीर पर प्रेमनगर थाने में दहेज हत्या और महिला के साथ क्रूरता की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने पति डॉ. मोहम्मद तलहा और सास आसमा को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि देवर डॉ. मोहम्मद हमजा, मोहम्मद जैद, ससुर डॉ. मेंहदी हसन, ननद उजमा, ननद चमन और ननदोई फैजान फरार बताए जा रहे हैं।
महजबीन के पति तलहा ने कई बार बदले बयान
घटना की रात क्या हुआ था, इस पर तलहा का बयान कई बार बदलता रहा। उसने पुलिस को बताया कि रात करीब 12.30 बजे महजबीन की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसके मुंह से झाग निकल रहा था और परिवार उसे जल्दबाजी में कार से मेडिनोवा अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसकी सांसें रुक चुकी हैं।
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महजबीन की कार में ही हो गई थी मौत
अस्पताल के डॉक्टर मोहम्मद अली अंसारी ने बताया कि महजबीन की हालत देखकर साफ हो गया था कि उसकी मौत कार में ही हो चुकी थी और यह सामान्य मृत्यु नहीं थी। डॉक्टर ने महजबीन के चाचा अच्छन अंसारी को फोन किया, जो अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने तलहा से सवाल किया।
चाचा के अनुसार, तलहा ने कहा- “मेरे मां-बाप ने कुछ नहीं किया, मैंने मारा है।” सुबह पांच बजे पुलिस पहुंची और तलहा, उसकी मां और पिता को हिरासत में लिया। थाने में भीड़ जुटी, गुस्साई लोगों ने हिरासत में लिए गए आरोपियों को पीट भी दिया। इस दौरान ससुर मौके से भाग निकला।
महजबीन के पिता डॉ. हाशिम अंसारी का कहना है कि बेटी को लगातार दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था और इसी प्रताड़ना ने उसकी जान ले ली। उनका कहना है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।