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जालौन में भ्रष्टाचार निवारण संगठन झांसी इकाई ने सिपाही राज किशोर भदौरिया के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। जांच में सिपाही की संपत्ति का 50.19% हिस्सा अवैध पाया गया, जिसकी कीमत लगभग 64 लाख 85 हजार रुपये है।
सिपाही राज किशोर भदौरिया
Jalaun: जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन ऑर्गनाइजेशन) झांसी इकाई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जालौन के एक सिपाही के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का मुकदमा दर्ज कराया है। यह मामला पुलिस विभाग के उस चेहरे को उजागर करता है, जो कानून की रक्षा के नाम पर भ्रष्टाचार की चादर में लिपटा हुआ था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, आरोपी सिपाही का नाम राज किशोर भदौरिया है, जो पूर्व में कदौरा थाने में तैनात रह चुका है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की झांसी इकाई ने सिपाही की चल-अचल संपत्तियों की विस्तृत जांच की, जिसमें भारी अनियमितताएं पाई गईं।
जांच अधिकारी सादाब खान द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सिपाही राज किशोर भदौरिया के पास कुल 64 लाख 85 हजार 801 रुपये की ऐसी संपत्ति है, जो उसकी वैध आय से कहीं अधिक है। जांच में यह भी पाया गया कि उसकी कुल संपत्ति का 50.19 प्रतिशत हिस्सा अवैध है, जिसे उसने अपने सेवा काल में अवैध तरीकों से अर्जित किया है।
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भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने यह रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय को भेजी थी, जहां से अनुमोदन मिलने के बाद जालौन जिले के कदौरा थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया।
सूत्रों के अनुसार, यह जांच वर्ष 2020 से चल रही थी। जांच के दौरान सिपाही की बैंक डिटेल, संपत्ति खरीद-बिक्री के दस्तावेज, जमीनों की कीमतें और उसकी वैध वेतन आय का तुलनात्मक विश्लेषण किया गया। रिपोर्ट में पाया गया कि सिपाही ने अपनी आय से कई गुना अधिक संपत्ति अर्जित की है, जिसका कोई उचित स्रोत प्रस्तुत नहीं किया जा सका।
भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई प्रदेश में चल रहे भ्रष्टाचार उन्मूलन अभियान का हिस्सा है। जांच टीम ने स्पष्ट किया कि यह मामला केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार की गंभीरता को दर्शाता है।
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स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम द्वारा की जाएगी। अगर दोष सिद्ध हुआ, तो आरोपी सिपाही की संपत्ति जब्त करने के साथ-साथ उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
इस कार्रवाई से जिले भर के पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि भ्रष्टाचार निवारण संगठन अब ऐसे अन्य मामलों की भी जांच करने की तैयारी में है, जहां आय और संपत्ति के बीच भारी असमानता देखने को मिली है।