

सिसवा डाक घर में फर्जीवाड़े का बड़ा भंडाफोड़ हुआ है। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर
सिसवा डाकखाना
महराजगंज: सिसवा बाजार स्थित डाकघर में लंबे समय से चल रही अनियमितताओं और शिकायतों को लेकर विभाग ने गंभीर रुख अपनाया है। विभागीय जांच के बाद कार्रवाई करते हुए एक डाककर्मी को निलंबित कर दिया गया है, जबकि दूसरे को स्थानांतरित कर दिया गया है। यह कार्रवाई डाकघर में आधार से जुड़ी गड़बड़ियों, शुल्क की अधिक वसूली और एक महत्वपूर्ण दस्तावेज के गायब होने जैसी घटनाओं के मद्देनज़र की गई है।
डाइनामाइट न्यूज को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सिसवा डाकघर में आधार कार्ड से संबंधित कार्यों जैसे नया आधार बनवाने, सुधार करवाने आदि में सरकारी निर्धारित शुल्क से अधिक पैसे वसूले जाने की कई शिकायतें लगातार मिल रही थीं। इतना ही नहीं, डाकघर से एक पासपोर्ट संबंधित महत्वपूर्ण पत्र के गायब हो जाने की घटना ने विभाग को चौकन्ना कर दिया था। इसके अतिरिक्त अन्य व्यवहारिक गड़बड़ियों को लेकर भी उपभोक्ताओं की नाराजगी सामने आ रही थी।
इन सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए डाक विभाग द्वारा विभागीय जांच कराई गई। जांच में सामने आया कि डाकघर में तैनात कर्मचारी शिवनारायण की भूमिका संदिग्ध रही और वह कई मामलों में दोषी पाए गए। इसके परिणामस्वरूप उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं, दूसरे कर्मचारी श्रीनिवास को विभागीय निर्णय के तहत दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया है।
इस संदर्भ में प्रवर अधीक्षक डाकघर, बालकृष्ण पांडेय ने पुष्टि करते हुए बताया कि आधार सेवाओं में गड़बड़ी, निर्धारित शुल्क से अधिक पैसे वसूलने, तथा डाक वितरण में लापरवाही जैसे मामलों में मिले साक्ष्यों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उपभोक्ताओं की सेवा और विभाग की साख बनाए रखने के लिए किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डाकघर जैसी संस्थाओं में पारदर्शिता और जनविश्वास अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में इस प्रकार की कार्रवाई यह संकेत देती है कि विभाग अपने कर्मचारियों से ईमानदारी और सेवा भाव की अपेक्षा रखता है। उम्मीद की जा रही है कि इस कदम से न केवल डाक सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा, बल्कि आम जनता का विश्वास भी फिर से बहाल होगा। सरकारी ऑफिस में इस तरह की घटना सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल जरुर खड़े करती हैं।