

एटा जनपद में भी 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बेहद उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
एटा में योग दिवस
एटा: पूरे देश के साथ-साथ एटा जनपद में भी 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बेहद उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा एटा के जनेश्वर मिश्र हॉल में एक भव्य योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के वरिष्ठ अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
योग शिविर की शुरुआत
योग की शुरुआत काल पारंपरिक विधि से की गई, जिसमें योग प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न योगासन और प्राणायाम सिखाए गए। लोगों ने सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया और मानसिक व शारीरिक रूप से स्वयं को जागरूक और सशक्त महसूस किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य आमजन को योग के लाभों से परिचित कराना और उसे जीवनशैली का हिस्सा बनाना रहा।
योग करने की अपील
मुख्य अतिथि संगीता सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि “योग केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं, बल्कि यह मानसिक, आत्मिक और सामाजिक संतुलन का मार्ग है। हमें इसे अपने जीवन की दिनचर्या में शामिल करना चाहिए ताकि हम एक स्वस्थ और संतुलित जीवन जी सकें।” उन्होंने युवाओं से विशेष अपील की कि वे डिजिटल दुनिया से समय निकालकर योग की ओर रुख करें और स्वास्थ्य के प्रति सजग बनें।
एटा योग दिवस
भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर योग
पूर्व सांसद राजवीर सिंह "राजू भैया" ने भी योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है, जिसे आज पूरी दुनिया अपनाकर लाभ उठा रही है। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से योग को वैश्विक मंच पर सम्मान मिला है।”
ये गणमान्य थे मुख्य अतिथि
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अलीगढ़ मंडल की मंडलायुक्त श्रीमती संगीता सिंह रहीं। उनके साथ एटा के जिलाधिकारी प्रेमरंजन सिंह, पूर्व सांसद राजवीर सिंह उर्फ "राजू भैया", विधान परिषद सदस्य आशीष यादव और जिले के अन्य अधिकारी तथा जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में भारी संख्या में आम नागरिकों ने भाग लेकर योग के प्रति अपनी जागरूकता और आस्था को प्रदर्शित किया।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दिए गए उद्बोधन को भी ध्यानपूर्वक सुना और उसकी सराहना की। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में योग को विश्व शांति और मानवता के एकता सूत्र में जोड़ने वाला माध्यम बताया।
जिला प्रशासन और स्थानीय संगठनों की सहभागिता से यह आयोजन बेहद सफल और अनुकरणीय रहा। कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए और भविष्य में नियमित योग अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
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