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दिल्ली में हुए हालिया धमाके के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शिवसेना ने आवाज उठाई है। संगठन ने एसडीएम को ज्ञापन देकर भीड़भाड़ वाले इलाकों, मेडिकल कॉलेजों, धार्मिक स्थलों और स्टेशन क्षेत्र में सुरक्षा सत्यापन और निगरानी बढ़ाने की मांग की।
मुजफ्फरनगर में शिवसेना हुई सक्रिय
Muzaffarnagar: दिल्ली में 10 नवंबर को हुए आतंकी धमाके का असर अब आसपास के जिलों पर भी साफ दिखाई देने लगा है। इसके चलते सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ी है और स्थानीय संगठनों ने भी सुरक्षा को लेकर प्रशासन को चेताना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को शिवसेना मुजफ्फरनगर इकाई ने जिला पंचायत परिसर में एसडीएम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
शिवसेना जिला अध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा ने कहा कि दिल्ली धमाके के बाद सुरक्षा को लेकर जिले में चौकसी बढ़ाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को उन स्थानों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। जहां भीड़भाड़ अधिक होती है, जहां सुरक्षा में चूक की संभावना रहती है और जहां संदिग्ध गतिविधियों की आशंका रहती है। उन्होंने विशेष रूप से रेलवे स्टेशन क्षेत्र के पास स्थित मस्जिद का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां सुरक्षा एजेंसियों को नियमित निरीक्षण करना चाहिए।
ज्ञापन में यह भी प्रमुख रूप से उल्लेख किया गया है कि प्रदेश के सभी सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों, डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ तथा कर्मचारियों का सुरक्षा सत्यापन कराया जाए। संगठन का कहना है कि मेडिकल संस्थानों में प्रतिदिन हजारों लोग आते-जाते हैं, जो सुरक्षा दृष्टि से संवेदनशील होते हैं।
दिल्ली ब्लास्ट के बाद मुजफ्फरनगर में बढ़ी सुरक्षा की मांग, शिवसेना ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन@Uppolice @muzafarnagarpol #Delhiblast pic.twitter.com/3uoul94ecD
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 14, 2025
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि दिल्ली धमाके ने पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुजफ्फरनगर जैसे संवेदनशील जिलों में खतरे की आशंका अधिक रहती है क्योंकि यहां से राष्ट्रीय मार्ग गुजरता है, जिले में कई भीड़भाड़ वाले बाजार हैं, धार्मिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। इसलिए सरकार और प्रशासन दोनों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान शिवसेना के कई पदाधिकारी मौजूद रहे जिनमें अंशुल चौधरी, चेतन देव, भुवन मिश्रा, संजय गुप्ता, दीपक उपाध्याय, पिंकू कुमार, जतिन कुमार, शुभम कुमार, तरुण कुमार, अंकुर कुमार, विक्की कुमार, लोकेन्द्र शेखर, राजू, शिवकुमार, दिनेश कुमार, पवन पांचाल, अजय सैनी, अनिल कश्यप सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।