

गोरखपुर के महुआबाकी गांव में पशु तस्करों ने एक युवक दीपक गुप्ता को बंधक बनाकर गोली मार दी। ग्रामीणों ने विरोध किया, जिससे झड़प हुई। पुलिस ने एक तस्कर को पकड़ा और पूछताछ शुरू कर दी। पूरे इलाके में तनाव का माहौल है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दीपक गुप्ता, पशु तस्करों के क्रूर हमले का शिकार हुआ युवा
Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के पिपराईच थाना क्षेत्र के महुआबाकी गांव में सोमवार देर रात एक सनसनीखेज घटना ने ग्रामीणों को दहशत में डाल दिया। पशु तस्करों के एक गिरोह ने गांव में घुसकर छुट्टा पशुओं को चुराने का प्रयास किया, लेकिन सतर्क ग्रामीणों के विरोध पर तस्करों ने खूनी खेल खेला। एक निर्दोष युवक दीपक गुप्ता को बंधक बनाकर उठा ले गए और भागते हुए गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। इस घटना के बाद गांव में भारी तनाव फैल गया, ग्रामीणों और तस्करों के बीच झड़प में ईंट-पत्थर चले, और चार थानों की मोटी फोर्स तैनात करनी पड़ी। स्थानीय लोग अब सतर्कता बरत रहे हैं, जबकि पुलिस ने पकड़े गए एक तस्कर की पूछताछ शुरू कर दी है।
घटना की पूरी कथा बेहद डरावनी है। रात के सन्नाटे में, जब गांव के अधिकांश लोग गहन निद्रा में थे, तस्करों का एक खतरनाक समूह चुपके से महुआबाकी गांव में दाखिल हो गया। उनका मंसूबा साफ था—छुट्टा पशुओं को चुराकर बिहार सीमा की ओर ले जाना। गोरखपुर और आसपास के इलाकों में पशु तस्करी का यह काला कारोबार कोई नई बात नहीं है। हाल के महीनों में पिपराईच थाना क्षेत्र में ही पुलिस ने कई तस्करों पर शिकंजा कसा है। जनवरी 2025 में पिपराईच पुलिस ने दो कुख्यात गैंगस्टर भुख्खल यादव और किशोर यादव की 25 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की थी, जिन पर गोवध निवारण अधिनियम के तहत कई मुकदमे दर्ज थे। मई 2025 में गुलरिहा थाने के 29 मुकदमों वाले अनूप यादव को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया। अप्रैल में शाहपुर थाने में तस्करों ने पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश की, जबकि दिसंबर 2024 में पिपराईच के जंगल धूसड़ में तीन गोवंश बरामद हुए थे। इन घटनाओं से साफ जाहिर है कि तस्करी का नेटवर्क अभी भी सक्रिय है, और सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा की चुनौतियां बरकरार हैं।
इस बार तस्करों ने गांव के बीचोंबीच घुसपैठ की, जो स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। एक ग्रामीण, जिसकी पहचान गोपनीय रखी गई है, ने तस्करों को देखते ही चीख-पुकार मचा दी। "चोर! पशु चोर आ गए!" इस नारे से पूरा गांव जाग उठा। ग्रामीण एकत्रित होकर तस्करों का पीछा करने लगे। हड़बड़ी में तस्करों ने एक युवक दीपक गुप्ता को पकड़ लिया, जो शोर मचाने वालों में से एक था। वे उसे बंधक बनाकर भागे, लेकिन रास्ते में एक तस्कर घेराबंदी में फंस गया। गुस्साए ग्रामीणों ने उसकी जमकर धुनाई की। पकड़े गए तस्कर के पास से चाकू, लाठियां और एक पिस्तौल बरामद हुई, जो उनकी हिंसक मंशा को उजागर करती है। पकड़े गए तस्कर की पहचान कुशीनगर जिले के पटहेरवा थाना क्षेत्र के निवासी के रूप में हो रही है, जो पहले भी पशु तस्करी के कई मामलों में वांछित था।
गोरखपुर के महुआबाकी गांव में पशु तस्करों की बर्बरता ने ग्रामीणों को झकझोर दिया है। युवक दीपक गुप्ता की हत्या के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने कहा: "अब बर्दाश्त नहीं करेंगे!"
गांव में भारी तनाव, लोग कर रहे हैं कड़ी कार्रवाई की मांग।#Gorakhpur #JusticeForDeepak #CattleSmuggling… pic.twitter.com/Rdqy5mdF7l
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 16, 2025
शोर-शराबे की खबर मिलते ही पिपराईच थाने से भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। एसपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के सख्त निर्देश पर फोर्स ने गांव को पूरी तरह घेर लिया। लेकिन तस्करों ने भागते हुए ग्रामीणों को उकसाया, जिससे झड़प भड़क गई। ईंट-पत्थर चलने लगे, और स्थिति बेकाबू हो गई। पुलिस को भीड़ को शांत करने में घंटों मशक्कत करनी पड़ी। चार थानों—पिपराईच, गुलरिहा, शाहपुर और सहजनवा—की टीमों को तैनात किया गया। गांव में अब तनावपूर्ण माहौल है, ग्रामीण सशंकित हैं और रात्रि गश्त की मांग कर रहे हैं।
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घटना के बाद थानाध्यक्ष से संपर्क करने के कई प्रयास किए गए, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। पुलिस ने मामले में हत्या, अपहरण और पशु तस्करी के आरोप दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी नॉर्थ ने कहा, "तस्करों के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा। अतिरिक्त फोर्स तैनात है, और सीसीटीवी फुटेज की जांच चल रही है।" इस घटना ने एक बार फिर पशु तस्करी के खिलाफ सख्त अभियान की आवश्यकता पर जोर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि सीमावर्ती इलाकों में नाइट पेट्रोलिंग बढ़ानी चाहिए, ताकि ऐसी खौफनाक वारदातें न हों। पूरे जिले में दहशत फैल गई है, और लोग सतर्कता बरत रहे हैं।