एमरजेंसी पर हरदोई के प्रभारी मंत्री का जोरदार बयान, कांग्रेस पर साधा निशाना

कांग्रेस द्वारा लगाए गए 21 महीने के आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर भाजपा ने एक प्रेस वार्ता रखी, जिसमें जनपद के प्रभारी मंत्री ने कई बड़ी बातें कही। जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 25 June 2025, 5:11 PM IST
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हरदोईः कांग्रेस द्वारा 1975 से 1977 तक 21 महीने की लगाई गई एमरजेंसी को भारतीय जनता पार्टी कला दिवस के रूप में मना रहे हैं। इसको लेकर जनपद के प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने नगर पालिका के सभागार में एक प्रेस वार्ताकर की। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा की कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल के आज 50 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। जिसको हम लोग काले दिवस के रूप में मना रहे हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक वह कहते हैं कि कांग्रेस लगातर संविधान की हत्या करती आ रही है। इसका सबसे काला कालखंड 1975 से लेकर 1977 तक 21 महीने का आपातकाल है। जब कांग्रेस ने आपातकाल की घोषणा की थी।

प्रभारी मंत्री ने कांग्रेस मांग जवाब
वहीं प्रभारी मंत्री ने आगे कहा कि इसको लेकर आज प्रधानमंत्री द्वारा एक पुस्तक का भी वीमोचन किया जा रहा है, जिसमें हमारे तब के पुराने नेता रहे चुके आदरणीय अटल बिहारी वाजपेई, लाल कृष्ण अडवाणी, राजनाथ सिंह सहित तमाम नेताओं ने गिरफ्तारी से बचते और विपरित परिस्थितियों में अपनी पहचान छिपाते हुए आपातकाल से लड़ते हुए लोगों की मदद की है। कांग्रेस को देश को जवाब देना चाहिए कि आखिर एमरजेंसी क्यों लगाई गई थी या फिर देश से माफी मंगनी चाहिए लेकिन कांग्रेस ने ना तो जवाब दिया है और ना ही माफी मांगी है।

सामूहिक विवाह योजना घोटाले पर प्रभारी मंत्री का बयान
बता दें कि मुख्यमंत्री द्वारा सामूहिक विवाह योजना में हुए फर्जीवडे के बाद कुछ बदलाव किए गए हैं। इसपर पर जवाब देते हुए प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के द्वारा लाखों गरीब कन्याओं का विवाह किया जा चुका है। लेकिन बीते समय कुछ मामले सामने आए थे जब दूल्हे की जगह किसी अन्य को बैठा कर भ्रष्टाचार की कोशिश की गई थी।

वह इस मुद्दे पर आगे कहते हैं कि जानकारी होने पर हमारी सरकार ने कार्यवाही की और अब कुछ बदलाव किए जिसमें सामूहिक विवाह योजना में शामिल होने वाले जोड़े का बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन कराया जाएगा इसके साथ ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में भी जरूरत के अनुसार बदलाव किए जा सकते हैं। ताकि भ्रष्टाचार की कोई भी गुंजाइश न रहे।

अब की इमरजेंसी पर क्या बोलें असीम
पत्रकारों ने जब पूछा कि जिस तरह से विपक्ष लगातर भारतीय जनता पार्टी पर अघोषित एमरजेंसी लगाने का आरोप लगा रहा है तो तब की इमरजेंसी और अब की इमरजेंसी में क्या अंतर है। इस पर आपका क्या कहना है तो जवाब देते हुऎ प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने कहा कि आप लोग देखिए इस समय सबको अपनी बात कहने की आजादी है। आप लोग खुल कर सवाल पूछ रहे हैं और हम जवाब दे रहे हैं। कोई सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बात रखता है।

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