

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में पुलिस ने फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें लखनऊ का अभिषेक गुप्ता, कुशीनगर का धर्मेंद्र मद्धेशिया और बिहार के सहरसा का रूपेश कुमार शामिल हैं।
फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश
Hardoi: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में पुलिस ने फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें लखनऊ का अभिषेक गुप्ता, कुशीनगर का धर्मेंद्र मद्धेशिया और बिहार के सहरसा का रूपेश कुमार शामिल हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, एसपी नीरज कुमार जादौन ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 4 जुलाई 2025 को ग्राम विकास अधिकारी राजीव श्रीवास्तव ने टड़ियावां थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि किसी ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए उपयोग होने वाले CRS पोर्टल पर उनकी लॉगिन ID हैक कर ली है और फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं।
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी धर्मेंद्र मद्धेशिया एक जनसुविधा केंद्र चलाता है। उसे व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अभिषेक गुप्ता ने संपर्क किया और ₹10,000 में CRS पोर्टल की लॉगिन ID बेच दी। इस काम में रूपेश कुमार की भी अहम भूमिका थी।
CRS पोर्टल की ID मिलने के बाद धर्मेंद्र मद्धेशिया ने ₹200 से ₹250 में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाना शुरू कर दिया। गिरोह ने अब तक कई फर्जी प्रमाण पत्र जारी कर दिए थे, जिनकी जांच चल रही है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, चार मोबाइल फोन, चार फर्जी प्रमाण पत्र, और पोर्टल की यूजर ID व पासवर्ड की कॉपी बरामद की है।
इस कार्रवाई को बेनीगंज और टड़ियावां थाने की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया। टीम में प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह, थानाध्यक्ष शिवनारायण सिंह और उप-निरीक्षक व्यास यादव शामिल थे।
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी अभिषेक गुप्ता पर पहले भी उन्नाव में साइबर क्राइम का मुकदमा दर्ज है।
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस गिरोह ने अब तक कितने फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए हैं और किन लोगों को इसका लाभ पहुंचाया गया है। वहीं, CRS पोर्टल की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं।