

रायबरेली में आज बड़े मंगल के चौथे दिन विभिन्न स्थानों पर भंडारे का आयोजन किया गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रायबरेली: चौकी थुलवासा पर सुंदरकांड का पाठ व हवन पूजन के बाद विशाल भंडारा का आयोजन किया गया। ज्येष्ठ माह के चतुर्थ मंगलवार को थुलवासा चौकी पर उमरा भक्तों का जन सैलाब उमड़ा। सुबह से मंदिरों के बाहर भक्तों की लगी लंबी-लंबी लाइन लगी।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पंकज गुप्ता ने बताया कि 9वाँ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में उपस्थित चौकी प्रभारी राहुल मिश्रा, एस आई सदाकुल सरोज, राजकुमार सिंह, राजीव यादव, आशुतोष कमल, वारिसेन यादव,एवं समस्त स्टॉप व भक्तगण उपस्थित रहे। और हजारों भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार आज बड़े मंगल के चौथे साप्ताहिक भंडारे में भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया आईटीआई लिमिटेड के प्रशासनिक भवन में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ गेट के बाहर हनुमान जी की पूजा अर्चना की गई जिसे मुख्य अतिथि आईटीआई इकाई प्रमुख राजीव कुमार श्रीवास्तव हर प्रमुख आरएन सिंह रजनीश भटनागर द्वारा फूल माला चढ़कर पूजा अर्चना की गई पुजारी वैभव शुभम मिश्रा ने यह कार्यक्रम संपन्न कराया इस अवसर पर कुलभूषण शुक्ला आशुतोष तिवारी राम लखन वर्मा के के चौधरी एलके शर्मा राजेंद्र सिंगर उपस्थित थे।
न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल के संस्थापक प्रबन्धक शशिकांत शर्मा ने आज ज्येष्ठ माह के मंगलवार को हनुमान जी का बड़ा भण्डारा आयोजित किया।। उन्होंने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान राम से हनुमान जी की पहली मुलाकात हुई थी। इस दिन को बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है, क्योंकि इस अवसर पर हनुमान जी के वृद्ध स्वरूप की पूजा की जाती है।
अवध की धार्मिक-सामाजिक परंपरा में ज्येष्ठ मंगल का विशेष स्थान है। यह हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक भी है। इस परंपरा को बढ़ावा देने का श्रेय अवध के नवाबों को जाता है। अवध के नवाब सआदत अली खान द्वितीय (1798-1801) की माता ने अलीगंज, लखनऊ स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया। उन्होंने मंदिर के शिखर पर चांद-तारा लगवाया और बड़े मंगल के दिन विशेष पूजा-अर्चना एवं मेले की परंपरा शुरू की।
अवध के अंतिम नवाब वाजिद अली शाह हनुमान मंदिर में लगने वाले मेले में ब्रह्मभोज का आयोजन करते थे। उनकी पत्नी बेगम हजरत महल की ओर से बंदरों को चना खिलाया जाता था। इसी से बड़े मंगल पर भंडारे की परंपरा शुरू हुई, जो आज वैश्विक स्तर तक पहुंच गई है।
रायबरेली के गोविंदपुर कठोड्या में जेष्ठ माह के चतुर्थ मंगलवार पर भंडारे का आयोजन किया गया। गोवर्धन धीमान और अमित धीमान ने अपने सहयोगियों के साथ इस आयोजन को संपन्न कराया।
कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। ग्राम प्रधान महादेव पासवान ने भी इस अवसर पर उपस्थिति दर्ज कराई। विमलेश पाण्डेय, आशीष प्रजापति और श्रवण कुमार समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
ओम प्रकाश कुशवाहा, रजनीश कुशवाहा, नकुल प्रजापति, शिवा गौतम, सूरज गौतम, शोभित कुशवाहा, और छंगालाल द्विवेदी ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया। सूरज गौतम और अवधेश गौतम सहित अन्य लोगों का भी सहयोग रहा।
ज्येष्ठ माह के चौथे मंगलवार को परशदेपुर में भंडारा प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। नगर पंचायत परशदेपुर के वार्ड नंबर दो महावीरन में भगवान दीन के घर के पास यह कार्यक्रम आयोजित हुआ।
नगर पंचायत परशदेपुर के चेयरमैन विनोद कौशल ने वीर बजरंग बली की पूजा-अर्चना की। उन्होंने पुष्प अर्पित कर भंडारे का भोग लगाया। इसके बाद भंडारा प्रसाद वितरण का कार्य शुरू किया गया। स्थानीय लोगों ने बड़ी श्रद्धा के साथ प्रसाद ग्रहण किया।
रायबरेली जिले के डीह क्षेत्र के बेतौरा ग्राम में दैत्य वीर बाबा के स्थान पर शरबत वितरण का आयोजन किया गया। इस आयोजन में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने शरबत का प्रसाद ग्रहण किया।
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक शिवमोहन, विष्णु और हरिओम थे। भक्तगणों ने न केवल अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, बल्कि आने-जाने वाले लोगों को प्रसाद वितरण में भी सहयोग किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बड़े मंगल के अवसर पर परैया स्थित हनुमान मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया। भाजपा मंडल के कार्यकर्ता विवेक तिवारी और उनके सहयोगियों ने इस धार्मिक आयोजन की व्यवस्था की। स्थानीय ग्रामवासियों का भी भंडारे की व्यवस्था में सहयोग रहा।
जगदीशपुर में दो स्थानों पर भंडारे का आयोजन हुआ। डी ब्लॉक स्थित जगदीशपुर तिराहे पर सुंदरकांड के पाठ के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। इसी तरह हनुमान मंदिर के पास भी सुंदरकांड का पाठ और भंडारे का कार्यक्रम रखा गया।
तीनों स्थानों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं ने हनुमान जी से क्षेत्र के विकास की कामना की। सभी कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हुए।
वहीं धरई चौराहे पर भंडारे का आयोजन किया गया। पंडित धीरज मिश्रा ने राहगीरों को बूंदी का प्रसाद वितरित किया। कार्यक्रम में ग्रामवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। स्थानीय दुकानदारों ने भी भंडारे को सफल बनाने में सक्रिय योगदान दिया। भंडारे में ग्रामीणों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखने को मिली। प्रसाद वितरण के दौरान राहगीरों ने भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
रायबरेली के जिला पुस्तकालय के सामने बड़े मंगल पर भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत आचार्य पीयूष जी ने हनुमान जी की पूजा और भोग अर्पण से कराई। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।भंडारा कराके हनुमान जी का आशीर्वाद लेने का एक अच्छा तरीका है।भंडारा एक ऐसा आयोजन है जहाँ समुदाय के लोग मिलकर भोजन बनाते हैं और बांटते हैं और यह हनुमान जी को समर्पित होता है भंडारा करने से हनुमान जी की कृपा मिलती है और लोगों को सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
आयोजनकर्ताओं के अनुसार यह धार्मिक आयोजन कई वर्षों से निरंतर किया जा रहा है। बड़ा मंगल होने के कारण लोगों में विशेष उत्साह दिखा।युवा समाजसेवी आशीष पाठक राष्ट्रीय महासचिव गौ रक्षा मंच ने बताया कि बड़े मंगल का भंडारा शहर में सौहार्द का प्रतीक बन चुका है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन हनुमान जी को समर्पित है। यह सामाजिक समरसता को मजबूत करता है।
स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना की भंडारे में श्रद्धालुओं को चना लड्डू आम शरबत और ठंडे पानी का प्रसाद दिया गया। साफ-सफाई और बैठने की उचित व्यवस्था की गई। स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना की।कार्यक्रम संयोजक अखिलेश द्विवेदी ने सभी भक्तों को आदर सम्मान के साथ प्रसाद ग्रहण कराया इस मौके पर कृष्ण कुमार मनीष चौरसिया विनय द्विवेदी राकेश गुप्ता विनय त्रिवेदी(दुर्गेश मेडिकल) कृपाल पाठक ओम प्रकाश अवस्थी प्रिंस त्रिपाठी सनी मोदनवाल सहित इस्ट मित्रों ने भक्तों को प्रसाद वितरण किया।