गोरखपुर में ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना का शुभारंभ, स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ाया जाएगा ऐतिहासिक कदम

गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना का शुभारंभ करेंगे। यह परियोजना प्रतिवर्ष 72 टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन कर 500 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी लाएगी। इसका उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना, रोजगार सृजन और पूर्वांचल को औद्योगिक हब के रूप में विकसित करना है।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 17 August 2025, 11:52 AM IST
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Gorakhpur: आज गोरखपुर ने स्वच्छ ऊर्जा और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज रविवारको शाम 4 बजे गोरखपुर में ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना का भव्य शुभारंभ करेंगे। इस परियोजना की वार्षिक क्षमता 72 टन है, जो प्रतिवर्ष 500 टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने में सक्षम होगी। यह परियोजना न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए ग्रीन एनर्जी मिशन में एक मील का पत्थर साबित होगी।

पीएम और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ग्रीन क्रांति

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना पूर्वांचल को औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी। विशेषज्ञों के अनुसार, यह परियोजना ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई राह दिखाएगी और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी।

कार्यक्रम में दिग्गजों का जमावड़ा

इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान, सांसद रवि किशन शुक्ल, पूर्व मंत्री साधना सिंह, डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, फतेह बहार सिंह, महेंद्र पाल सिंह, विपिन सिंह, पूर्व मंत्री श्रीराम चौहान और गोरखपुर के महापौर प्रदीप शुक्ल सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। विशेषज्ञों ने ग्रीन हाइड्रोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे उद्योग, परिवहन और घरेलू उपयोग के लिए क्रांतिकारी बताया।

पूर्वांचल के लिए गेम-चेंजर

यह परियोजना पूर्वांचल को एक नए औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। ग्रीन हाइड्रोजन न केवल प्रदूषण मुक्त ऊर्जा का स्रोत है, बल्कि यह औद्योगिक क्षेत्र में नई संभावनाएं खोलेगा और युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करेगा।

गोरखपुर प्रशासन की मुस्तैदी

गोरखपुर प्रशासन ने कार्यक्रम की तैयारियों को पूरी तरह से अंतिम रूप दे दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शाम 4 बजे कार्यक्रम स्थल पर आगमन होगा, जहां वे इस ऐतिहासिक परियोजना का विधिवत उद्घाटन करेंगे। यह परियोजना न केवल गोरखपुर और पूर्वांचल की तस्वीर बदलेगी, बल्कि देश को स्वच्छ ऊर्जा की नई पहचान दिलाएगी। ग्रीन हाइड्रोजन के जरिए उत्तर प्रदेश प्रदूषण मुक्त और टिकाऊ विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यह पहल भारत के ग्रीन एनर्जी मिशन को और मजबूत करेगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी।

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