

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव न कराए जाने से नाराज छात्र नेताओं ने सोमवार को परिसर से शहर के प्रमुख चौराहों तक जोरदार पदयात्रा निकालकर प्रशासन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। यह पदयात्रा विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से शुरू हुई और विभिन्न मार्गों से होते हुए गोलघर, टाउनहॉल और शास्त्री चौक तक पहुंची।
गोरखपुर विश्वविद्यालय से निकाली जोरदार पदयात्रा
Gorakhpur: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव न कराए जाने से नाराज छात्र नेताओं ने सोमवार को परिसर से शहर के प्रमुख चौराहों तक जोरदार पदयात्रा निकालकर प्रशासन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। यह पदयात्रा विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से शुरू हुई और विभिन्न मार्गों से होते हुए गोलघर, टाउनहॉल और शास्त्री चौक तक पहुंची। इस दौरान छात्रों के नारे “चुनाव कराओ, लोकतंत्र बचाओ”, “छात्र शक्ति, एकता जिंदाबाद” और “प्रशासन हाय-हाय” से माहौल गूंज उठा।
पदयात्रा में सैकड़ों छात्र शामिल हुए, जिनमें से कई ने हाथों में तख्तियां और बैनर थाम रखे थे, जिन पर “लोकतंत्र की हत्या बंद करो” और “छात्र संघ चुनाव जरूरी है” जैसे संदेश लिखे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर चुनाव प्रक्रिया को टाल रहा है, जिससे छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है। एक छात्र नेता ने कहा, “विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की आवाज को दबाना चाहता है। हमारी मांग है कि तत्काल चुनाव की तारीख घोषित की जाए, वरना यह आंदोलन और तेज होगा।”
पदयात्रा के दौरान कुछ स्थानों पर छात्रों ने सड़क पर बैठकर नारेबाजी की, जिससे यातायात कुछ देर के लिए बाधित हुआ। शास्त्री चौक पर छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ प्रतीकात्मक धरना भी दिया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे सड़कों पर उतरकर और बड़े पैमाने पर विरोध करेंगे।
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि प्रशासन जल्द ही इस मुद्दे पर विचार-विमर्श कर सकता है। प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने पूरे मार्ग पर कड़ी निगरानी रखी और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए।
छात्र नेताओं ने इस आंदोलन को एक शुरुआत बताते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे चुप नहीं बैठेंगे। इस घटना ने शहर में चर्चा का माहौल गर्म कर दिया है, और अब सबकी निगाहें विश्वविद्यालय प्रशासन के अगले कदम पर टिकी हैं।
हरिओम नगर के पास सड़क पर छात्र बैठ गए जिसमे पुलिस प्रशासन को काफी मसक्कत करने पड़े । एक डब्यांग छात्र ने आधे पैरो यात्रा किया । सरकार का बिरोध किया।