

गोरखपुर पुलिस कार्यालय के सभागार में आज नारकोटिक्स एवं ड्रग्स नियंत्रण विषय पर राज्य स्तरीय संयुक्त समन्वय समिति (JCC) की अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) द्वारा गोरखपुर पुलिस के सहयोग से की गई। पढिए पूरी खबर
नारकोटिक्स और ड्रग्स नियंत्रण पर राज्य स्तरीय संयुक्त बैठक
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश गोरखपुर पुलिस कार्यालय के सभागार में आज नारकोटिक्स एवं ड्रग्स नियंत्रण विषय पर राज्य स्तरीय संयुक्त समन्वय समिति (JCC) की अहम बैठक आयोजित की गई। यह बैठक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) द्वारा गोरखपुर पुलिस के सहयोग से की गई, जिसमें ड्रग्स के विरुद्ध चल रही कार्रवाइयों की समीक्षा के साथ भविष्य की साझा रणनीति तय की गई।
विशेष अतिथि के रूप में सहभागिता
जानकारी के मुताबिक, बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) गोरखपुर जोन, मुथा अशोक जैन उपस्थित रहे। उनके साथ आनंद प्रकाश तिवारी, उप महानिदेशक (उत्तरी क्षेत्र) नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, नई दिल्ली ने विशेष अतिथि के रूप में सहभागिता की।
बैठक में अन्य प्रमुख अधिकारियों में शिव चिनप्पा (डीआईजी, गोरखपुर), राजकरण नायर (एसएसपी, गोरखपुर), शैलेंद्र मिश्रा (क्षेत्रीय निदेशक, एनसीबी, लखनऊ एवं गोरखपुर), पराग सरकार (कमांडेंट, एसएसबी, गोरखपुर), सुनील कुमार गुप्ता (ए.एस.सी.-क्राइम, आरपीएफ, एनईआर) और पूरन चन्द्र (सहायक आयुक्त, औषधि, एफएसडीए, गोरखपुर) शामिल रहे।
कई वरिष्ठ अधिकारी
वहीं, वर्चुअल माध्यम से बिहार एवं उत्तर प्रदेश के कई वरिष्ठ अधिकारी जुड़े, जिनमें डीआईजी चंपारण, एसपी बेतिया, क्षेत्रीय निदेशक एनसीबी पटना, अपर निदेशक कस्टम लखनऊ, अतिरिक्त निदेशक (निवेश) सीबीडीटी लखनऊ, एसपी एएनटीएफ लखनऊ एवं एएसपी एनआईए लखनऊ शामिल थे।
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बेहतर इंटेलिजेंस शेयरिंग की जरूरत
बैठक का मुख्य उद्देश्य नशीली दवाओं की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए “साझा संकल्प–साझा रणनीति” के तहत ठोस कार्ययोजना तैयार करना रहा। इसमें सीमा क्षेत्रों, रेलवे और सड़क मार्गों पर कड़ी निगरानी, आधुनिक तकनीक का उपयोग, और एजेंसियों के बीच बेहतर इंटेलिजेंस शेयरिंग की जरूरत पर बल दिया गया।
चर्चा में यह भी निर्णय लिया गया कि NDPS मामलों में शीघ्र व कठोर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही वित्तीय जांच की गति बढ़ाकर अपराध से अर्जित संपत्तियों की जब्ती, कोरियर व पार्सल नेटवर्क की कड़ी निगरानी, तथा संबंधित अधिकारियों के लिए नियमित प्रशिक्षण सत्रों के आयोजन पर जोर दिया गया।
टॉप-टू-बॉटम
एडीजी मुथा अशोक जैन ने कहा कि “ड्रग्स तस्करी समाज और युवा वर्ग के भविष्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है। सभी एजेंसियों को मिलकर इस पर निर्णायक प्रहार करना होगा।” वहीं एनसीबी के उप महानिदेशक आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि “ड्रग कैरटेल्स पर प्रहार के लिए टॉप-टू-बॉटम और बॉटम-टू-टॉप इन्वेस्टिगेशन मॉडल को और मजबूत किया जाएगा।”
बैठक में सर्वसम्मति से यह निष्कर्ष निकला कि गोरखपुर जोन समेत पूरे उत्तर प्रदेश में नारकोटिक्स विरोधी अभियान को और अधिक समन्वित, तकनीकी और आक्रामक रूप में चलाया जाएगा, ताकि ड्रग्स मुक्त समाज का लक्ष्य साकार हो सके।