

पिपराइच इलाके में बीते दिनों हुई सनसनीखेज घटना, जिसमें पशु तस्करों ने युवक दीपक गुप्ता की बेरहमी से हत्या कर दी थी, उसके परिजनों से सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया और आर्थिक सहायता स्वरूप ₹5 लाख का चेक सौंपा।
सीएम योगी ने परिवार को दी आर्थिक सहायता
Gorakhpur: गोरखपुर का पिपराइच इलाके में बीते दिनों हुई सनसनीखेज घटना, जिसमें पशु तस्करों ने युवक दीपक गुप्ता की बेरहमी से हत्या कर दी थी, उसके परिजनों से सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया और आर्थिक सहायता स्वरूप ₹5 लाख का चेक सौंपा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपक गुप्ता के माता-पिता और चाचा से संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरी सरकार परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने दीपक के पिता के कंधे पर हाथ रखकर भरोसा दिलाया कि न्याय हर हाल में मिलेगा और अपराधियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। सीएम ने स्पष्ट कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वाले अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाना ही सरकार की प्राथमिकता है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मामले की जांच में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस प्रशासन को आदेश दिया गया है कि पशु तस्करों और दीपक के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कोर्ट के माध्यम से कठोर दंड सुनिश्चित कराया जाए।
गोरखनाथ मंदिर में हुई इस मुलाकात के दौरान माहौल भावुक हो उठा। दीपक गुप्ता के माता-पिता की आंखों में आंसू थे, जिन्हें मुख्यमंत्री ने सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हर उस परिवार के साथ खड़ी है, जो अपराध का शिकार हुआ है। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा और भविष्य की मदद के लिए जरूरी कदम तत्काल उठाए जाएं।
ज्ञात हो कि पिपराइच इलाके में कुछ दिन पहले पशु तस्करों ने विरोध करने पर दीपक गुप्ता की निर्मम हत्या कर दी थी। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश पैदा कर दिया था। लोग लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की इस मुलाकात और मदद से परिजनों को जहां कुछ राहत मिली है, वहीं सीएम के आश्वासन से लोगों में विश्वास जगा है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
यह मुलाकात न केवल पीड़ित परिवार के लिए सहारा बनी, बल्कि प्रदेश सरकार का यह सख्त संदेश भी है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई ही उनका अंजाम होगा।