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गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र में अवैध खनन, शराब बिक्री और प्रतिबंधित पेड़ों की कटान को लेकर भाजपा बूथ अध्यक्ष ने पुलिस पर मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत एडीजी अशोक मुथा जैन के औचक निरीक्षण के दौरान उनके कार्यालय प्रभारी को सौंपी गई।
थाना गोला (Img:Google)
Gorakhpur: गोला थाना क्षेत्र में अवैध गतिविधियों के बढ़ते बोलबाले के खिलाफ देर रात भाजपा के बूथ अध्यक्ष ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। मौके पर एडीजी अशोक मुथा जैन के औचक निरीक्षण के दौरान उनकी अनुपस्थिति में यह शिकायत उनके कार्यालय प्रभारी निरीक्षक शशिकांत को सौंपी गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शिकायत पत्र में अवैध मिट्टी खनन, अवैध शराब बिक्री, प्रतिबंधित हरे पेड़ों की कटान और सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को लेकर गंभीर प्रश्न खड़े किए गए हैं।
गोपलापुर निवासी एवं भाजपा बरईपुरा उर्फ पड़ौली बूथ अध्यक्ष गुड्डू राय ने बताया कि गोला थाना क्षेत्र में लगातार बड़े पैमाने पर जेसीबी मशीनों से सरकारी भूमि का अवैध मिट्टी खनन किया जा रहा है। कई बार सूचित करने के बावजूद स्थानीय पुलिस कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोप लगाया गया कि इस गोरखधंधे के पीछे पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत है।
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उन्होंने कहा कि तरैना पुल के निकट जंगल क्षेत्रों में अवैध शराब के साथ सुअर के मांस की बिक्री, कटाई और पकाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। यहां आए दिन उत्पात, झगड़े और असामाजिक तत्वों की गतिविधियां बनी रहती हैं, जिससे स्थानीय लोग भय और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं।
शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि क्षेत्र में हरे एवं प्रतिबंधित पेड़ों की अंधाधुंध कटान हो रही है, जिसे पुलिस-प्रशासन की शह मिली हुई है। कई बार थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी, राजस्व विभाग तथा वन विभाग को शिकायत देने के बावजूद कार्रवाई के नाम पर केवल औपचारिकताएं निभाई गईं। उन्होंने कहा, "अगर सत्तारूढ़ पार्टी का बूथ अध्यक्ष होने के बावजूद मेरी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा?"
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उन्होंने प्रशासन पर सीधे तौर पर आरोप लगाया कि अवैध कारोबारियों को संरक्षण देकर क्षेत्र की कानून व्यवस्था को खतरे में डाला जा रहा है। शिकायतकर्ता ने कहा, "लोग परेशान हैं, लेकिन अवैध धंधा बंद कराने वाला कोई नहीं।" इस दौरान कार्यालय प्रभारी निरीक्षक शशिकांत ने शिकायत पत्र प्राप्त करते हुए मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया और कहा कि तथ्यों की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।