

जिले के चिलुआताल थाना क्षेत्र में दहेज हत्या के एक सनसनीखेज मामले में पुलिस ने मृतका के पति और उसकी सास को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि शादी के बाद से ही मृतका को दहेज में मोटरसाइकिल और नकद रुपये की मांग को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा था।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
Gorakhpur: गोरखपुर जिले के चिलुआताल थाना क्षेत्र में दहेज हत्या के एक सनसनीखेज मामले में पुलिस ने मृतका के पति और उसकी सास को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि शादी के बाद से ही मृतका को दहेज में मोटरसाइकिल और नकद रुपये की मांग को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा था। इसी प्रताड़ना से परेशान होकर महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर द्वारा महिला संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत, पुलिस अधीक्षक उत्तरी के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी कैम्पियरगंज के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक चिलुआताल के नेतृत्व में उप निरीक्षक हरिशंकर यादव व उनकी टीम ने कार्रवाई की।
टीम ने थाना चिलुआताल पर पंजीकृत मुकदमा संख्या 130/2025 धारा 85, 80(2) बीएनएस व 3/4 डीपी एक्ट में वांछित अभियुक्त शैलेष निषाद उर्फ विक्की निषाद और अभियुक्ता मंजू निषाद को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्त शैलेष निषाद मृतका का पति है, जबकि मंजू निषाद उसकी मां बताई जा रही है। दोनों नंदलाल सिंह टोला, हमीनपुर, थाना चिलुआताल क्षेत्र के रहने वाले हैं।
मृतका के मायके वालों ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि शादी के कुछ माह बाद से ही ससुराल पक्ष मोटरसाइकिल और रुपये की मांग को लेकर लगातार बेटी को प्रताड़ित कर रहे थे। उन्होंने बेटी को मारकर लटकाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और मामले में पति और उसकी मां के विरुद्ध दहेज हत्या व दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी।
पुलिस टीम में उप निरीक्षक हरिशंकर यादव, कांस्टेबल अरविन्द कुमार और महिला कांस्टेबल संगीता यादव शामिल रहे। पुलिस ने बताया कि दोनों अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है और आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है, वहीं मृतका के परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि दहेज के लालच में किसी और बेटी की जान न जाए।