

महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति और साइबर जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को एक प्रभावशाली कार्यक्रम आयोजित किया गयाकार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने सामूहिक रूप से शपथ ली कि वे स्वयं सुरक्षित रहेंगी और समाज की अन्य महिलाओं को भी सुरक्षा व अधिकारों के प्रति जागरूक करेंगी।
नारी सशक्तिकरण और सुरक्षा का पहल
गोरखपुर: महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति और साइबर जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को एक प्रभावशाली कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम सीडी पब्लिक स्कूल गोला और केके पब्लिक स्कूल चंद चौराहा में संयुक्त रूप से संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में छात्राओं ने भाग लिया।
आत्मरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं में आत्मरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें डिजिटल युग में सुरक्षित रहने के गुर सिखाना था। कार्यक्रम का नेतृत्व गोला थाने की महिला उपनिरीक्षक प्रियंका मौर्या ने किया। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा, “आज की बालिका कल की नारी है, और वही समाज के विकास की सच्ची आधारशिला है। लेकिन सशक्त बनने के लिए सबसे पहले डर को मिटाना होगा। किसी भी तरह की छेड़खानी, उत्पीड़न या साइबर अपराध का सामना करने पर चुप न रहें, तुरंत पुलिस से संपर्क करें- पुलिस आपकी मित्र है।”
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फोटो या व्यक्तिगत जानकारी
उन्होंने आगे कहा कि मिशन शक्ति योजना का उद्देश्य केवल अपराधियों पर शिकंजा कसना नहीं, बल्कि हर महिला को इतना आत्मविश्वासी बनाना है कि कोई अपराधी उसकी ओर आंख उठाने से पहले सौ बार सोचे। उपनिरीक्षक रामकुमार मुकुंद ने छात्राओं को साइबर अपराधों से सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ठगी और ब्लैकमेलिंग के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, इसलिए किसी भी अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर बातचीत न करें और न ही फोटो या व्यक्तिगत जानकारी साझा करें।
छात्राओं ने सामूहिक रूप से शपथ ली
वहीं एसआई देवेंद्र सिंह यादव ने छात्राओं को बताया कि किसी भी प्रकार के ऑनलाइन या ऑफलाइन उत्पीड़न की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबर 112, 1090 या 1930 पर संपर्क करें। उन्होंने कहा कि पुलिस हर शिकायत पर त्वरित और सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने सामूहिक रूप से शपथ ली कि वे स्वयं सुरक्षित रहेंगी और समाज की अन्य महिलाओं को भी सुरक्षा व अधिकारों के प्रति जागरूक करेंगी।
इस अवसर पर कांस्टेबल अशोक चौधरी, प्रधानाचार्य आशीष सोनकर, प्राचार्य सिराजुद्दीन अंसारी, रोहित गौड़, दीपचंद मद्धेशिया और श्वेता पांडेय सहित शिक्षण संस्थानों के शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रहीं। यह कार्यक्रम न केवल जानकारी देने वाला रहा, बल्कि छात्राओं के भीतर आत्मविश्वास और साहस का संचार करने वाला भी साबित हुआ — सचमुच, यह पुलिस की एक सराहनीय पहल रही जिसने “सुरक्षित नारी, सशक्त नारी” के मंत्र को सजीव कर दिया।