

इन गिरोह के लोग किराए पर मकान लेकर अपने दस्तावेजों में उसी पते को अपडेट कर लेते थे। फिर वे कार शोरूम में जाकर फाइनेंस के लिए आवेदन करते थे। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
फॉर्च्यूनर कार के साथ सरगना गिरफ्तार
मेरठ: यूपी एसटीएफ ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। जिसमें गिरोह के सदस्य फर्जी पते और कागजात के आधार पर लग्जरी गाड़ियां फाइनेंस करवा रहे थे। इस गिरोह का सरगना अनंगपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसटीएफ के एसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि अनंगपाल छुछाई किठौर का निवासी है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पिछले 7 वर्षों से इस धोखाधड़ी को अंजाम दे रहा था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गिरोह के सदस्य किराए के मकान का पता अपने आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में दिखाकर बैंकों से फाइनेंस हासिल करते थे। इन गिरोह के लोग किराए पर मकान लेकर अपने दस्तावेजों में उसी पते को अपडेट कर लेते थे। फिर वे कार शोरूम में जाकर फाइनेंस के लिए आवेदन करते थे। सबसे ज्यादा लग्जरी गाड़ियों को यह गिरोह फाइनेंस कराता था, जिससे बैंक को भी भारी नुकसान हो रहा था।
7 सालों से एक्टिव था गैंग
एसटीएफ ने इस गिरोह के बारे में जानकारी जुटाने के बाद छानबीन की और पाया कि यह गिरोह पिछले 7 सालों से सक्रिय था। एक समय में इस गिरोह के खिलाफ मेडिकल थाने में भी शिकायत दर्ज की गई थी, लेकिन उस समय मामले को ज्यादा तूल नहीं दिया गया था।
फॉर्च्यूनर कार में सवार था बदमाश
एसटीएफ की टीम ने अनंगपाल को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया। अनंगपाल को भावनपुर क्षेत्र में कृष्णा पब्लिक स्कूल के पास गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के समय वह फॉर्च्यूनर कार में सवार था। वाहन की तलाशी लेने पर एसटीएफ को कई दस्तावेज मिले। जिनमें सात आधार कार्ड, पांच एटीएम कार्ड, चार पैन कार्ड, पांच चेकबुक, एक पासबुक और एक व्यवसाय प्रमाण पत्र शामिल थे।
40 से अधिक लग्जरी गाड़ियों को फाइनेंस कराया
इसके अलावा आरोपी की निशानदेही पर एक स्कार्पियो एन कार भी बरामद की गई। जिसे फर्जी तरीके से फाइनेंस कराया गया था। अब तक आरोपी और उसके गिरोह ने 40 से अधिक लग्जरी गाड़ियों को इस तरीके से फाइनेंस कराया है। इस मामले में एसटीएफ ने आरोपी के खिलाफ भावनपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है और आगे की जांच जारी है। एसटीएफ ने यह भी बताया कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीम जुटी हुई है।