

कानपुर के समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी को जमानत मिलने के बाद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ने उनके खिलाफ एक मामले में आरोप पत्र दाखिल कर उन्हें और उनके पांच साथियों को लखनऊ में पेश होने का नोटिस भेजा है।
सपा से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी
Kanpur: कानपुर में समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और गैंगस्टर इरफान सोलंकी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। जेल से जमानत मिलने के बाद जहां उनके समर्थक और परिवार के लोग उनकी जल्द रिहाई का इंतजार कर रहे थे, वहीं अब उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच तेज हो गई है। हाल ही में ईडी ने उनके खिलाफ एक मुकदमें में आरोप पत्र दाखिल किया है और सोलंकी सहित उनके करीबी लोगों को तलब किया है। उन्हें लखनऊ स्थित ईडी कार्यालय में पेश होने का नोटिस भेजा गया है।
ईडी की नोटिस से समर्थकों में बढ़ी चिंता
ईडी की नोटिस के मिलने से इरफान सोलंकी के समर्थकों और परिवार में चिंता की लहर दौड़ गई। इस नोटिस में सोलंकी के साथ-साथ उनके पांच प्रमुख साथियों को भी तलब किया गया है। यह मामला एक बांग्लादेशी नागरिक को संरक्षण देने और उसकी भारतीय नागरिकता की जांच से जुड़ा है, जिसके बाद सोलंकी पर मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके अलावा उन पर पैसे के लेनदेन के आरोप भी हैं।
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बांग्लादेशी नागरिक संरक्षण मामला और आरोप पत्र दाखिल
सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने पूर्व विधायक इरफान सोलंकी और उनके पांच साथियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। आरोपपत्र में यह बताया गया है कि एक बांग्लादेशी नागरिक को संरक्षण देने और उसकी नागरिकता की जांच कराने में सोलंकी की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। साथ ही धन शोधन और अवैध लेनदेन के आरोप भी इसमें शामिल हैं। इस मामले में ईडी ने सभी आरोपितों को अपना पक्ष रखने के लिए लखनऊ कार्यालय में 29 सितंबर को पेश होने का नोटिस जारी किया है।
बिल्डर और पूर्व सभासद को भी नोटिस
सिर्फ सपा के पूर्व विधायक ही नहीं, बल्कि इस मामले में शामिल एक बिल्डर और पूर्व सभासद को भी नोटिस भेजा गया है। माना जा रहा है कि इस मामले में कई बड़े लोगों के नाम शामिल हैं, जो अब ईडी की जांच के दायरे में हैं। इस घटना के बाद राजनीतिक हलकों में भी चर्चा शुरू हो गई है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस जांच का क्या परिणाम निकलता है।
29 सितंबर को पेशी पर सबकी नजर
अब सभी की नजरें 29 सितंबर पर टिकी हुई हैं, जब इरफान सोलंकी और उनके साथियों को ईडी कार्यालय में पेश होना है। यह पेशी इस मामले में जांच की दिशा तय करेगी। अगर सबूत मजबूत पाए गए तो ईडी कड़ी कार्रवाई कर सकती है, जिससे सोलंकी की रिहाई की प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है। वहीं, समर्थकों और परिवार के लिए यह समय चिंता और अनिश्चितता भरा साबित हो सकता है।