

आधी रात को नोएडा में खूब गोलीबारी हुई। असली और फर्जी पुलिसकर्मियों के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। इस एक्शन में एक व्यक्ति घायल हो गया। अब पढ़िए कि पूरा मामला क्या है…
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया
Noida News: फर्जी पुलिसकर्मी बनकर लोगों को ठगने वाले शातिर अपराधी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। पुलिस की वर्दी पहनकर जेल भेजने की धमकी देकर लोगों से गूगल-पे के जरिए वसूली करने वाला यह बदमाश पुलिस पर फायरिंग करते हुए पकड़ा गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फेस-3 थाना पुलिस कर रही थी चेकिंग
घटना शनिवार रात की है, जब थाना फेस-3 पुलिस टीम पर चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक मोटरसाइकिल सवार युवक को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन वह पुलिस को देखकर तेजी से भागने लगा। पुलिस टीम ने पीछा किया तो आरोपी ने भागते हुए फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली आरोपी के पैर में लगी और उसे मौके पर ही दबोच लिया गया।
मेरठ का बदमाश नोएडा में कर रहा था ठगी
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अमित उर्फ सुक्के के रूप में हुई है, जो मूल रूप से चितवाना शेरपुर गांव (थाना किला परीक्षितगढ़, मेरठ) का रहने वाला है। फिलहाल वह नोएडा के बहलोलपुर इलाके में किराए पर रह रहा था। पुलिस ने उसके पास से 315 बोर का तमंचा, दो जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस और नकद 1200 रुपये बरामद किए हैं।
पुलिस की वर्दी और फर्जी नंबर प्लेट से बना रखी थी ठगी की 'फील्डिंग'
आरोपी के पास से यूपी पुलिस की वर्दी, स्प्लेंडर प्रो बाइक और बाइक पर लगी फर्जी नंबर प्लेट भी बरामद की गई है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह अपने एक साथी के साथ मिलकर पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों को धमकाता था। वह कहता था कि अगर उन्होंने उसकी बात नहीं मानी तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। डर के मारे कई लोग गूगल-पे जैसे माध्यमों से पैसे ट्रांसफर कर देते थे। पुलिस अब उसके साथी की तलाश कर रही है, जो फिलहाल फरार है।
आपराधिक इतिहास खंगाल रही पुलिस
घायल बदमाश को पुलिस ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। उसकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पहले से भी केस दर्ज हैं, जिनका रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
पुलिस का बयान
थाना फेस-3 प्रभारी ने बताया कि आरोपी बहुत ही शातिर है और फर्जी वर्दी का इस्तेमाल कर लोगों को ठग रहा था। उसके खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच की जा रही है। वहीं, इस घटना से साफ है कि फर्जी पुलिस बनकर ठगी करने वाले गिरोह अब नए तरीकों से सक्रिय हो रहे हैं।