

राधानगर थाना क्षेत्र में दहेज हत्या के एक गंभीर मामले ने अब नया मोड़ सामने आया है। मृतका की मां ने पुलिस अधीक्षक को पत्र सौंपा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
थाने पहुंचे मृतका के परिजन
फतेहपुर: जनपद के राधानगर थाना क्षेत्र में दहेज हत्या के एक गंभीर मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। मृतका रोशनी देवी की मां रेखा देवी ने पुलिस अधीक्षक को पत्र सौंपकर जांच में भारी अनियमितता और पक्षपात के आरोप लगाए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ के अनुसार,परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए विवेचक को बदलने की मांग की है और उच्च अधिकारियों के दबाव में केवल एक आरोपी को गिरफ्तार कर शेष आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि रोशनी देवी की शादी 29 नवंबर 2023 को जयराम नगर निवासी लवकेश कुमार से हिंदू रीति-रिवाजों के साथ हुई थी। विवाह के बाद से ही रोशनी को दहेज के रूप में स्विफ्ट डिजायर कार की मांग को लेकर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि उसे मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशान किया गया और इसी उत्पीड़न के चलते 12 मार्च को उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई।
पीड़िता की मां रेखा देवी ने बताया कि जब उन्हें बेटी की मौत की खबर मिली, तब तक शव को जिला अस्पताल की मर्चरी में भेजा जा चुका था, जबकि परिजनों को न तो सूचित किया गया था और न ही अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में शामिल होने का मौका दिया गया।
इस मामले में थाना राधानगर में मुकदमा दर्ज है, लेकिन आरोप है कि विवेचना ठीक ढंग से नहीं हो रही। मृतका के ससुर देशराज वाणिज्य कर विभाग में लिपिक पद पर कार्यरत हैं। उनकी भूमिका को संदिग्ध बताया जा रहा है। पूर्व में प्रकाशित रिपोर्टों और परिजनों की ओर से दिए गए बयानों में यह भी कहा गया है कि देशराज घटना के बाद से रात को घर आता है और सुबह चला जाता है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
रेखा देवी ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने यह बात विवेचक को बताई, तो उल्टा उन्हें ही डांट-फटकार लगाई गई। उनका कहना है कि वर्तमान क्षेत्राधिकारी थरियांव इस मामले में निष्पक्षता नहीं बरत रहे हैं और शेष आरोपियों को संरक्षण दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, बीते कुछ दिनों में परिजनों के साथ समाजसेवियों ने भी थाने का घेराव कर न्याय की मांग की थी, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।
रेखा देवी ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है कि इस मामले की जांच किसी अन्य ईमानदार और निष्पक्ष अधिकारी को सौंपी जाए और दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए, ताकि मृतका को इंसाफ और उसके परिवार को न्याय मिल सके।