

फतेहपुर जिले में पुलिस और अपराधियों के बीच एक बार फिर मुठभेड़ हुई। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिए क्या है पूरा मामला
फतेहपुर मुठभेड़
फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में पुलिस और अपराधियों के बीच एक बार फिर मुठभेड़ हुई, जिसमें अपहरण और कुकर्म का वांछित आरोपी समीर पुत्र स्माइल घायल होकर गिरफ्तार कर लिया गया। यह मुठभेड़ शुक्रवार देर रात थाना किशनपुर क्षेत्र के जिहरवा गांव के पास पुलिया पर हुई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगने के बाद उसे हिरासत में लिया गया। उसे प्राथमिक इलाज के लिए सीएचसी हरदो, खागा ले जाया गया।
क्या था मामला
फतेहपुर पुलिस ने जानकारी दी कि आरोपी समीर, 15 जून 2025 को किशनपुर क्षेत्र में एक दस वर्षीय बालक के अपहरण और उसके साथ कुकर्म की घटना में नामजद था। इस गंभीर मामले में उसके खिलाफ किशनपुर थाने में मु0अ0सं0 142/2025 के तहत भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की धाराएं 137(2), 352, 351(3) तथा पोक्सो एक्ट की धाराएं 5/6 में मामला दर्ज किया गया था। तब से आरोपी फरार चल रहा था।
जवाबी कार्रवाई में लगी गोली
शुक्रवार की रात पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि समीर जिहरवा गांव के पास किसी संदिग्ध गतिविधि में लिप्त है। सूचना मिलते ही थाना किशनपुर पुलिस और इंटेलिजेंस विंग की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की। खुद को घिरता देख समीर ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लगी और उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।
मुठभेड़ में घायल आरोपी
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने 315 बोर का एक देशी तमंचा, एक जिंदा कारतूस, दो खोखा कारतूस और 740 रुपये नकद भी बरामद किए। इस घटना के बाद आरोपी पर एक और मुकदमा मु0अ0सं0 146/2025, धारा 109 बीएनएस और 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी की जानकारी
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान समीर पुत्र स्माइल के रूप में हुई है, जिसकी उम्र लगभग 20 वर्ष है। वह जनपद फतेहपुर के थाना किशनपुर अंतर्गत सरौली गांव का निवासी है। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी फायरिंग में समीर के दाहिने पैर में गोली लग गई, जिसके बाद उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार किया गया। मौके से पुलिस ने एक देशी तमंचा (315 बोर), एक जिंदा कारतूस, दो खोखा कारतूस और ₹740 नगद बरामद किए।
दो पुलिस टीमों की अहम भूमिका
गिरफ्तारी में दो पुलिस टीमों की अहम भूमिका रही। इंटेलिजेंस विंग की टीम में निरीक्षक अरुण कुमार चतुर्वेदी, कांस्टेबल जय प्रकाश, राम सिंह और विकास कुमार शामिल थे। वहीं, थाना किशनपुर की टीम का नेतृत्व थानाध्यक्ष दिवाकर सिंह ने किया, जिसमें उपनिरीक्षक आदर्श सिंह, जितेंद्र दूबे और कांस्टेबल विवेक यादव व मिथिलेश पाल मौजूद रहे। इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त टीम की सराहना करते हुए कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी से क्षेत्र में बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगेगा और जनता का विश्वास पुलिस व्यवस्था पर और मजबूत होगा। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।