

महराजगंज के जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने रविवार को पीएचसी चौक और पीएचसी बागापार का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आरोग्य मेले में मरीजों की जांच, दवा वितरण और स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान एक्सपायरी दवा स्टॉक में मिलने पर फार्मासिस्ट पर कड़ी कार्रवाई की गई।
डीएम ने किया पीएचसी बागापार का औचक निरीक्षण
महराजगंज: जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने रविवार को अचानक दोपहर बाद पीएचसी चौक और पीएचसी बागापार का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान आयोजित आरोग्य मेले में मरीजों की जांच और दवा वितरण की स्थिति की समीक्षा की गई।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार चौक पीएचसी में कुल 43 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ और उन्हें आवश्यक दवाएं दी गईं। निरीक्षण के दौरान दवा स्टॉक चेक किया गया, जहां डाईसाइक्लोमाइन सिरप फरवरी 2025 में एक्सपायर होने के बावजूद पाया गया। इस पर जिलाधिकारी ने फार्मासिस्ट रमेश को कड़ी फटकार लगाई और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएमओ ने उनकी एक वेतन वृद्धि रोकी और उन्हें फरेंदा पीएचसी पर ट्रांसफर कर दिया। वहीं, एमओआईसी डॉ. राम स्वरूप को चेतावनी जारी कर कार्यशैली सुधारने को कहा गया।
दवाओं का स्टॉक चेक किए बिना वितरण
निरीक्षण के दौरान मरीज तेतरा देवी (ग्राम महेशपुर) ने बताया कि इलाज मिलने के बाद उन्हें आराम मिला है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि दवाओं का स्टॉक चेक किए बिना वितरण न किया जाए और इसके लिए एसओपी तैयार कर सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा ऑडिट कराया जाए।
निरीक्षण में 24 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण
बागापार पीएचसी के निरीक्षण में 24 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ। लेकिन सीबीसी मशीन व हेल्थ एटीएम तीन साल से बंद पाए गए। इस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए मशीनों को तत्काल चालू करने और प्रभारी अधीक्षक की वेतन वृद्धि रोकने का आदेश दिया। निरीक्षण के समय अस्पताल परिसर में साफ-सफाई की स्थिति भी ठीक नहीं मिली, जिस पर उन्होंने असंतोष जताया और तत्काल सुधार करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही
निरीक्षण के दौरान दो महिलाओं – खुशबू (ग्राम बहेरवा) और निशा (ग्राम केवलापूर) का प्रसव पाया गया। डीएम ने कर्मचारियों और चिकित्सकों को चेतावनी दी कि यदि कोई भी स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही करेगा तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवा शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता
जिलाधिकारी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसे सुनिश्चित करना सभी की जिम्मेदारी है। निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉ. श्रीकांत शुक्ला, डॉ. के.पी. सिंह, डॉ. आश्रय सिंह समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।