

यूपी एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश, बिहार, पं० बंगाल, गुजरात समेत कई राज्यों में आधार कार्ड बनाने का फर्जी सॉफ्टवेयर बेचकर ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी बीटेक पास है और कई राज्य के लोगों को ठगी का शिकार बनाया।
फर्जी सॉफ्टवेयर बेचने वाला गिरफ्तार
Lucknow: एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश, बिहार, पं० बंगाल, गुजरात आदि राज्यों में 2000 से अधिक लोगों को आधार कार्ड बनाने का फर्जी सॉफ्टवेयर बेचकर ठगी करने वाले शख्स को जनपद बरेली से गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ ने आरोपी के कब्जे से 1 लैपटॉप, 1 मोबाइल, 2 नकली आधार कार्ड, 4 एटीएम कार्ड बरामद किया है। आरोपी की पहचान जयवीर गंगवार पुत्र मेवाराम निवासी ए-315-3 राजेन्द्र नगर थाना प्रेमनगर जनपद बरेली के रूप में हुई है।
एसटीएफ ने आरोपी की गिरफ्तारी सुभाष नगर पुलिया से बरेली जंक्शन जाने वाला मार्ग, थाना सुभाष नगर जनपद बरेली से की है।
जानकारी के अनुसार एसटीएफ को विगत काफी दिनों से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आधार कार्ड बनाने का फर्जी सॉफ्टवेयर बिक्री करने वाले व्यक्तियों के बारे में सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एस०टी०एफ० की विभिन्न टीमों को अभिसूचना संकलन व कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। इस उद्देश्य के लिए टीम कई इलाकों में भ्रमणशील थी।
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इस दौरान एसटीएफ को मुखबिर से मालूम हुआ कि जयवीर गंगवार नाम का आधार कार्ड बनाने का फर्जी सॉफ्टवेयर बेचकर ठगी कर रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा शनिवार को अभियुक्त जयवीर गंगवार को थाना सुभाष नगर जनपद बरेली से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त जयवीर ने बताया कि उसने कम्प्यूटर साइंस से बीटेक किया है। वह नोएडा में आईटी कम्पनी में कार्य करता था, जहां से उसने आधार कार्ड बनाने का फर्जी सॉफ्टवेयर तैयार करके ठगी करने का प्लान सोचा और कम्पनी छोडकर घर आ गया। उसने घर पर आधार कार्ड बनाने का फर्जी साफ्टवेयर तैयार किया। जिसे बेचने हेतु फेसबुक व व्हाट्सएप ग्रुपों में विज्ञापन शेयर करने लगा। जिससे उसके पास उक्त फर्जी सॉफ्टवेयर खरीदने हेतु व्यक्तियों के फोन आने लगे।
जयवीर एनीडेस्क के माध्यम से फर्जी सॉफ्टवेयर खरीदने वाले व्यक्ति के कम्प्यूटर में इन्सटॉल कर देता था वह उक्त सॉफ्टवेयर के प्रयोग हेतु आई०डी० पासवर्ड भी देता था। जिससे कि लोगों को ऐसा प्रतीत हो कि यह असली साफ्टवेयर है।
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उक्त फर्जी सॉफ्टवेयर के एवज में प्रति व्यक्ति से 1000-1500/- रूपये लेता था। जिन व्यक्तियों द्वारा उक्त फर्जी साफ्टवेयर को खरीदा जाता था, उनके कम्प्यूटर में यह साफ्टवेयर खुलता नहीं था, तो उनके द्वारा इसे फोन किया जाता था तब यह अलग-अलग बहाने बताकर और पैसों की मांग करता रहता था तथा बाद में अपना मोबाइल बन्द कर लेता था।
इस प्रकार इसके उक्त फर्जी सॉफ्टवेयर अभी तक उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात आदि राज्यों के 2,000 से ज्यादा व्यक्तियों को बेचा है। सॉफ्टवेयर का कार्य वह पिछले लगभग 02 वर्ष से कर रहा है।
पुलिस ने आरोपी जयवीर के खिलाफ थाना सुभाष नगर जनपद बरेली में संबंधित धाराओं में मु0अ0सं0 613/2025 धारा 318(3), 336(3) 337]340 (2) मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है।