

“बेटी की जान बचाने के लिए सब कुछ लगा दिया। आज कुछ नहीं बचा। कर्ज चढ़ गया, शोरूम बिक गया और अब दूसरों के यहां नौकरी कर रहा हूं। हम चाहते हैं कि कोई और ठगा न जाए।”
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
Agra News: बेटी की बीमारी ने परिवार को तोड़ दिया, लेकिन झूठे तांत्रिकों की चाल ने उन्हें तबाह कर दिया। आगरा के शिव टाउन कॉलोनी में रहने वाले उदयभान सिंह और मंजू देवी ने अपनी 15 साल की बेटी रितु कुमारी को बचाने के लिए वर्ष 2021 से 2025 तक तांत्रिकों को 13.20 लाख रुपये से ज्यादा दे दिए। बेटी नहीं बची, शोरूम बिक गया और अब न्याय की उम्मीद लिए माता-पिता दर-दर भटक रहे हैं।
“बेटी की जान बचाने के लिए सब कुछ लगा दिया। आज कुछ नहीं बचा। कर्ज चढ़ गया, शोरूम बिक गया और अब दूसरों के यहां नौकरी कर रहा हूं। हम चाहते हैं कि कोई और ठगा न जाए।” यह कहते हुए मंजू देवी की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। उनके पति उदयभान ने कहा, “मुझे पहले से शक था कि यह सब झूठ है, लेकिन पत्नी और घरवालों के आगे कुछ नहीं कर सका। डॉक्टरों के इलाज का असर नहीं दिखा, इसलिए झूठे तांत्रिकों की बातों में आ गए।”
रितु को था भोजन नली का संक्रमण, ऑपरेशन भी रिस्की था
रितु कुमारी पूरी तरह स्वस्थ थी, स्कूल जाती थी, लेकिन कोविड लॉकडाउन के बाद उसकी तबीयत खराब रहने लगी। खाने में दिक्कत, शरीर में कंपकंपी और कमजोरी बढ़ती गई। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि भोजन नली चिपक गई है, खून में इन्फेक्शन है, लेकिन ऑपरेशन जोखिम भरा हो सकता है। कई डॉक्टरों, शहरों और जांचों के बाद भी जब आराम नहीं मिला तो परिवार की उम्मीदें खत्म होने लगी। इसी बीच एक परिचित ने 'देवी के उपासक' तांत्रिकों का नंबर दिया, जो उन्हें हरिद्वार से बिजनौर और श्मशान तक ले गया।
हरिद्वार से शुरू हुई ठगी की पूजा
एक व्यक्ति सचिन से फोन पर बात हुई। उसने विश्वास दिलाया कि “गुरुजी की पूजा से सब कुछ ठीक हो जाएगा।” सचिन उन्हें हरिद्वार बुलाता है, लेकिन वहां पहुंचने पर कहता है कि गुरुजी बिजनौर चले गए हैं। फिर सभी को नूरपुर (बिजनौर) के गांव में रात दो बजे ले जाया जाता है, जहां तांत्रिक कल्लन गुरु पूजा करता है। इसके बाद पूजा और पैसे मांगने का सिलसिला जारी रहता है।
इस तरीके से हड़पे लाखों रुपये
अक्टूबर 2021 में हरिद्वार में 4 लाख, 6 महीने बाद 3.20 लाख फिर 3 लाख और फिर 3 लाख यानी कि कुल मिलाकर 13.20 लाख रुपये नकद दे दिए। साथ ही ट्रैवल खर्च, मिठाई, पूजा सामग्री, एक मोबाइल और सिम भी दी गई।
शोरूम बेचकर चुकाया कर्ज, अब कर रहे मजदूरी
उदयभान के पास अकोला में तीन मंजिला गारमेंट शोरूम था। उसमें करीब 2 करोड़ रुपये का माल था। लेकिन बेटी के इलाज और पूजा के नाम पर पैसे जुटाने के लिए पहले शोरूम के कागज गिरवी रखे, फिर 64 लाख में शोरूम बेच दिया। अब वे 15 हजार रुपये की नौकरी कर रहे हैं- कभी चौकीदारी, तो कभी सुपरवाइजरी।
तांत्रिकों ने डॉक्टर का इलाज बंद कराया
मंजू देवी ने बताया, “तांत्रिकों ने कहा कि डॉक्टरों का इलाज बंद कर दो नहीं तो पूजा का असर नहीं होगा।” मां-बाप ने सब कुछ छोड़ दिया। रितु की हालत इतनी बिगड़ गई कि 1 जनवरी 2025 से उसने बोलना बंद कर दिया। 30 दिसंबर को जन्मदिन मनाने की इच्छा जताई थी, जो उसका आखिरी जन्मदिन साबित हुआ और अंत में 9 जनवरी 2025 को उसकी मौत हो गई।
श्मशान में पूजा, फिर वहीं बेटी का अंतिम संस्कार
तांत्रिकों ने आगरा में भी कई बार पूजा कराई। एक बार तो घर के पास श्मशान घाट में पूजा कराई, कहते थे "यहां शक्ति है"। उसी श्मशान में 9 जनवरी को बेटी का अंतिम संस्कार भी किया गया।
बेटी की मौत के बाद भी मांगे पैसे, धमकी दी
रितु की मौत के बाद भी ये कथित तांत्रिक पीछे नहीं हटे। साढ़े तीन लाख रुपये और मांगने लगे। कहा, “अगर नहीं दिए तो बेटा मर जाएगा, पति मर जाएगा।” 6 जुलाई को मंजू देवी ने थाना क्षेत्र में 5 तांत्रिकों के खिलाफ FIR दर्ज कराई, जिसमें 4 आरोपी बिजनौर के रहने वाले हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक टीम आगरा से बिजनौर भेजी है। थाना प्रभारी ने बताया कि धोखाधड़ी, धमकी और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
अब पीड़ित को सिर्फ सरकार से उम्मीद
उदयभान ने कहा, “हमने एक फूल-सी बेटी खोई, सब कुछ लुटा दिया। अब न्याय चाहिए। पुलिस सख्त कार्रवाई करे और हमारा पैसा वापस दिलाए। कोई और इस तरह न फंसे।” परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है और कहा है कि ऐसे तांत्रिकों के खिलाफ राज्यभर में अभियान चलाकर गिरफ्तारी हो। आगरा पुलिस ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी और वसूले गए पैसों की रिकवरी के लिए भी कार्रवाई होगी।