Cyber ​​Crime: शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर 25 लाख की साइबर ठगी, फेसबुक विज्ञापन से शुरू हुआ खेल

गोरखपुर के चिलुआताल क्षेत्र में रिटायर्ड एक्सईएन योगेंद्र कुमार चतुर्वेदी साइबर जालसाजों के शिकार हो गए। फेसबुक विज्ञापन से शुरू हुई इस ठगी में जालसाजों ने उन्हें 25 लाख रुपये गंवाने पर मजबूर कर दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 28 August 2025, 2:11 PM IST
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Gorakhpur: चिलुआताल थाना क्षेत्र के मिलेनियम सिटी कॉलोनी में रहने वाले 61 वर्षीय रिटायर्ड अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) योगेंद्र कुमार चतुर्वेदी एक बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए। जालसाजों ने उन्हें शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर करीब 25 लाख रुपये की ठगी कर ली। इस मामले में पीड़ित ने साइबर अपराध थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

क्या था मामला

योगेंद्र कुमार चतुर्वेदी बिजली निगम में एक्सईएन के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने बताया कि उन्हें पहले से शेयर बाजार और निवेश में रुचि थी। इसी दौरान 20 जुलाई को फेसबुक पर उन्हें एक वीडियो विज्ञापन दिखा, जिसमें कैपप्लेस डॉट कॉम नामक वेबसाइट को एक सुरक्षित निवेश प्लेटफॉर्म बताया गया था। विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद वह वेबसाइट पर पहुंचे और ऑनलाइन पंजीकरण कर लिया।

रजिस्ट्रेशन के कुछ ही देर बाद अंतरराष्ट्रीय नंबरों से लगातार कॉल आने लगीं। कॉल करने वालों ने खुद को कैपप्लेस डॉट कॉम का कर्मचारी बताया और निवेश की सुरक्षा का भरोसा दिलाया। शुरुआत में विश्वास जताते हुए योगेंद्र ने 18,700 रुपये गूगल पे से ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उन्हें वेबसाइट की लॉगिन आईडी और पासवर्ड मिला, जिसके जरिए वे ट्रेडिंग डैशबोर्ड पर पहुंच गए।

ऐसे फंसे जाल में

डैशबोर्ड पर शुरुआती दिनों में लाभ दिखता रहा, जिससे उनका भरोसा और बढ़ गया। जालसाजों ने लगातार कॉल कर बड़े निवेश का दबाव बनाया। अधिक लाभ के लालच में 24 जुलाई को उन्होंने 10 लाख रुपये और ट्रांसफर कर दिए। कुछ समय बाद जब डैशबोर्ड पर लाभ घटने लगा तो जालसाजों ने और पैसा लगाने की मांग की। नुकसान से बचाने के नाम पर 1 अगस्त को 9.80 लाख रुपये, 11 अगस्त को 2 लाख रुपये और 13 अगस्त को 3 लाख रुपये और जमा कर दिए।

धीरे-धीरे कुल निवेश 25 लाख रुपये तक पहुंच गया। लेकिन इसके बाद भी रकम डूबती रही और कॉल पर धमकी दी जाने लगी कि यदि पैसे नहीं भेजे तो पूरा निवेश डूब जाएगा। जब योगेंद्र ने और पैसे भेजने से इनकार किया, तो डैशबोर्ड से सारा निवेश गायब हो गया।

घटना के बाद पीड़ित मानसिक तनाव में

पीड़ित ने बताया कि इस घटना से वे मानसिक तनाव में हैं। उन्होंने जीवनभर की कमाई गवां दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी क्राइम सुधीर जायसवाल ने जांच की जिम्मेदारी निरीक्षक सुभाष चंद्र को सौंपी है। साथ ही जिन बैंकों में रकम ट्रांसफर की गई, उनसे भी जानकारी मांगी गई है।

साइबर एक्सपर्ट उपेंद्र कुमार सिंह ने लोगों को चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर दिखने वाले अंजान विज्ञापन और लिंक पर भरोसा न करें। अधिक मुनाफे के लालच में लोग साइबर जालसाजी का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी संदिग्ध कॉल या लिंक से सावधान रहें और ठगी होने पर तुरंत राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें।

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