

औरैया में आय-व्यय का ब्यौरा नहीं मिलने पर नगर पालिका परिसर में सभासदों ने जमकर हंगामा काटा। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
नगर पालिका में सभासदों का हंगामा (सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
औरैया: नगर पालिका औरैया में सभासदों का गुस्सा फूट पड़ा। दरअसल जब उन्हें पालिका के आय-व्यय का ब्यौरा नहीं दिया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस मुद्दे पर आक्रोशित सभासदों ने गुरुवर सुबह नगर पालिका कार्यालय में पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। उनका आरोप था कि विकास कार्यों, योजनाओं और आउट सोर्सिंग के कर्मचारियों के पीएफ की जानकारी तक प्रशासन ने नहीं दी। इस घटना ने नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ सवाल उठाए हैं।
आय-व्यय का ब्यौरा मांगने पर निराशा
सभासदों के अनुसार, वे पिछले कई दिनों से नगर पालिका के आय-व्यय का ब्यौरा मांग रहे थे, ताकि वे यह जान सकें कि नगर पालिका के द्वारा खर्च किए गए पैसों का उपयोग कहां और कैसे हुआ है। सभासदों ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें विकास कार्यों की जानकारी भी नहीं दी जा रही है। इसके अलावा आउट सोर्सिंग कर्मचारियों के पीएफ की स्थिति पर भी कोई स्पष्टता नहीं है, जो एक गंभीर मुद्दा है। जब उन्हें इन मुद्दों पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो सभासदों का गुस्सा बढ़ गया और उन्होंने नगर पालिका कार्यालय में प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि प्रशासन पारदर्शिता से काम नहीं कर रहा और जनता के पैसे का सही इस्तेमाल नहीं हो रहा है।
विरोध में शामिल हुए सभासद
यह विरोध प्रदर्शन नगर पालिका के विभिन्न वार्डों के सभासदों द्वारा एकजुट होकर किया गया। कई सभासदों ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर प्रशासन इन मुद्दों पर जल्द समाधान नहीं निकालता तो वे इसे और अधिक व्यापक रूप से उठाएंगे। कुछ सभासदों ने तो यह भी कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे अपने वार्ड की जनता के हित में प्रशासन से जवाब तलब करें, लेकिन जब प्रशासन ने उन्हें सही जानकारी नहीं दी तो यह उनकी नीतियों के प्रति असंतोष का परिणाम था।
सभासदों की ये मांगें
सभासदों का कहना था कि नगर पालिका की आय और व्यय की सही जानकारी जनता के प्रतिनिधियों को दी जानी चाहिए, ताकि वे सुनिश्चित कर सकें कि फंड का सही इस्तेमाल हो रहा है। उन्हें यह जानकारी चाहिए थी कि नगर पालिका के तहत कौन-कौन से विकास कार्य चल रहे हैं और उनकी प्रगति क्या है। इसके आगे उन्होंने मांग की कि आउट सोर्सिंग के कर्मचारियों के पीएफ और अन्य लाभों के बारे में पूरी जानकारी दी जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कर्मचारियों के अधिकारों का उल्लंघन नहीं हो रहा है।